measles cases
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    पुणे: राज्य में बच्चों में खसरे का प्रसार तेजी से हो रहा हैं। जिसको लेकर सरकारी यंत्रणा और स्वास्थ्य विभाग सजग हो गए हैं। इस संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य यंत्रणाओं को दस सूत्री कार्यक्रम दिया गया है। खसरे के संक्रमण को रोकने के लिए 9 महीने से 5 साल तक के बच्चों को पहले टीका लगाया जाएगा। टीकाकरण पूरा करने के लिए समय-सीमा तय की जानी चाहिए। टीकाकरण प्रणाली, टीके की मात्रा व्यापक रूप से उपलब्ध कराई गई है। पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) और नगरपालिका क्षेत्र में बडे पैमाने पर टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive) चलाने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत (Minister Dr. Tanaji Sawant) ने दिए हैं।

    पुणे में टास्क फोर्स की पहली बैठक हुई। इस बैठक से पहले स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. सुभाष सालुंके और स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नितिन अंबाडेकर, राज्य सर्वेक्षण अधिकारी डॉ. प्रदीप आवटे, राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. सचिन देसाई से चर्चा की। इस बैठक में दस सूत्री कार्यक्रम पर चर्चा की गई। खसरा नियंत्रण के लिए कार्ययोजना तय की गई। विशेषज्ञ डॉक्टरों और सदस्यों ने कुपोषित बच्चों पर अधिक ध्यान देने के साथ ही टीकाकरण के साथ-साथ आइसोलेशन पर जोर देने का सुझाव दिया।

    हॉट-स्पॉट का पता लगाया जाएगा

    दस सूत्री कार्यक्रम के तहत बुखार-चकत्ते के मरीजों का सर्वेक्षण, राज्य में खसरे के हॉट-स्पॉट का पता लगाने, फैलने वाले स्थलों, कम टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्रों, घनी आबादी वाले क्षेत्रों, उच्च कुपोषण वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विभागीय स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम और स्थानीय माइक्रो-एक्शन प्लान भी निर्धारित किए गए हैं। 9 महीने से 5 साल की उम्र के बच्चों के लिए विशेष टीकाकरण अभियान और प्रकोप प्रतिक्रिया टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा।