पिंपरी. बकाया वसूली और बिजली चोरी की रोकथाम की दोहरे कवायद में जुटे महावितरण (Mahavitaran) ने पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad city) समेत पुणे जिले (Pune District) में एक ही दिन बिजली चोरी (Electricity Theft) के 1066 मामलों का पर्दाफाश किया है। महावितरण के पुणे प्रादेशिक विभाग में अगस्त की तरह इस महीने में भी सभी जगहों पर एक ही दिन बिजली चोरी के खिलाफ मुहिम चलाई गई। इसमें पुणे सहित सातारा, सांगली, सोलापुर और कोल्हापुर जिले में 2237 जगहों पर बिजली चोरी और बिजली का अनधिकृत रूप से इस्तेमाल करने वालों से कुल 3 करोड़ 42 लाख रुपए की वसूली की गई है।
पुणे प्रादेशिक विभाग में वितरण, कॉमर्सिअल नुकसान कम करने के लिए बिजली चोरी के खिलाफ नियमित रूप से कार्रवाई की जा रही है। प्रादेशिक संचालक अंकुश नाले के निर्देश पर एक दिवसीय विशेष मुहीम चलाई गई। इसके बाद फिर से 11 सितंबर को पुणे, सातारा, सोलापुर, सांगली और कोल्हापुर जिले में एक ही समय में सैकड़ों इंजीनियर, कर्मचारियों की टीम द्वारा बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई की गई। दिनभर में पांच जिलों में घरेलु, कॉमर्सिअल, औधोगिक, कृषि आदि 18 हज़ार 37 बिजली कनेक्शन की जांच की गई। इनमें 2237 जगहों पर बिजली चोरी का मामला पाया गया।
लोगों पर फौजदारी की कार्रवाई
इस मुहीम के तहत 20 लाख 66 हज़ार यूनिट बिजली चोरी की प्राथमिक जानकारी सामने आई है। इसकी वसूली करने के लिए 3 करोड़ 18 लाख 25 हज़ार रुपए संबंधित ग्राहकों से वसूला जा रहा है। बिजली बिल के बकाया के कारण काटे गए बिजली कनेक्शन जोड़ने के मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई की गई। बिजली चोरी में सम्पन्न और पढ़े लिखे ग्राहक शामिल रहने की चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है। इस मुहिम में पुणे जिले में 1066 जगहों पर 1 करोड़ 95 लाख 57 हज़ार, सातारा जिले में 141 जगहों पर 11 लाख 53 हज़ार, सोलापुर जिले में 647 जगहों पर 62 लाख 60 हज़ार, कोल्हापुर जिले में 182 जगहों पर 41 लाख 11 हज़ार और सांगली जिले में 201 जगहों पर 7 लाख 43 हज़ार रुपए की बिजली चोरी सामने आई है।