ajit pawar chunav

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    पुणे: जैसे-जैसे मतदान की तारीख करीब आती जा रही है, वैसे-वैसे कांग्रेस और बीजेपी की ओर से अपने उम्मीदवार के पक्ष में पूरी ताकत झोंकी जा रही हैं। कसबा (Kasba By-Elections) से बीजेपी प्रत्याशी हेमंत रासने ( BJP Candidate Hemant Rasne) के पक्ष में बीजेपी नेता पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) ने प्रचार किया तो वहीं कांग्रेस उम्मीदवार धंगेकर के लिए एनसीपी के अजीत पवार, जयंत पाटिल तो कांग्रेस से बालासाहेब थोरात (Balasaheb Thorat) ने जमकर प्रचार किया। दोनों दलों की ओर से अपनी-अपनी जीत के दावे किए जा रहे हैं।    

    रासने के प्रचार के लिए पंकजा मुंडे की अगुवाई बाइक रैली निकाली गई। बाद में पत्रकारों से पंकजा मुंडे ने कहा कि मतदाता स्थिर सरकार और विकास के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को वोट देंगे। इसके कारण कसबा में बीजेपी ही जीतेगी। ऐसा विश्वास पंकजा मुंडे ने जताया। मुंडे ने कहा कि अब तक मतदाताओं ने कसबा में बीजेपी को ही वोट दिया है। इसमें कोई शक नहीं कि वह इस बार भी बीजेपी को सफलता दिलाएंगे।

    धंगेकर की जीत निश्चित: अजीत पवार

    कसबा उपचुनाव में पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। अपने 32 साल के राजनीतिक जीवन में उन्होंने पहली बार ऐसा माहौल देखा है। इस उपचुनाव में महाविकास आघाड़ी के रवींद्र धंगेकर शत प्रतिशत जीतेंगे, ऐसा विश्वास राज्य के विपक्षी नेता अजीत पवार ने जताया। धंगेकर के प्रचार के लिए अजीत पवार और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात द्वारा बाइक रैली निकाली गई। शनिवार वाडा से शुरु हुई बाइक रैली आर्य क्षेत्रीय समाज कार्यालय के पास समाप्त हुई। इस समय पवार ने अपने दाहिने हाथ में चुनाव चिन्ह पंजा की तख्ती लिए नागरिकों का अभिवादन कर रहे थे।

    रोड शो में मची अफरातफरी

    कसबा में धंगेकर के प्रचार के लिए जहां अजीत पवार की बाइक रैली निकली, वहीं बीजेपी उम्मीदवार हेमंत रासने के प्रचार के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा विभिन्न समुदायों की मीटिंग बुलाई गई थी। अजीत पवार की बाइक रैली शिंदे की बैठक स्थल के सामने आई, तो दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। इसलिए यहां कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई, लेकिन पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को किनारे कर दिया और रैली को आगे बढ़ने दिया।

    बीजेपी के हाथ से गया कसबा: जयंत पाटिल

    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि कसबा का चुनाव बीजेपी के हाथों से चला गया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री यहां रोज आ रहे हैं। कसबा की जनता उन्हें सबक सिखाएगी। इसलिए बीजेपी सदमें में है।

    बीजेपी-एनसीपी एक ही सिक्के के दो पहलू: 

    रहाटनी में प्रचार सभा में एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा किया है। इस पर कलाटे ने कहा कि एनसीपी नेता अजीत पवार और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने सुबह-सुबह शपथ ली। महाराष्ट्र ने देख लिया कि बीजेपी और फडणवीस के करीब कौन है। एनसीपी की भूमिका हमेशा से सवालों के घेरे में रही है। भले ही मैं महाविकास आघाड़ी से प्रबल दावेदार था और जनता की भावना थी कि मुझे नामांकन मिलना चाहिए, लेकिन मुझे नामांकन नहीं दिया। चिंचवड के लोगों में यह जोरदार चर्चा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार तय करने में बीजेपी के सुविधाजनक भूमिका निभाई है। शहर की जनता ने दोनों पार्टियों का प्रशासन देखा है। ये दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।