online game fraud
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  • 8 महीने में धोखाधड़ी की घटनाओं में हुआ बड़ा इजाफा
  • ऑनलाइन टास्क के जरिये हो रही है ठगी की घटना 
  • शिवजी नगर साइबर सेल में 8 महीने में दर्ज हुई 1114 शिकायत 

पुणे: ‘ऑनलाइन टास्क’ (Online Game) के द्वारा पैसे कमाये, ऐसे कंटेंट मैसेज या कॉल आपके पास आए तो आप सतर्क हो जाएं। सोशल मीडिया पर विज्ञापन या वीडियो पर लाइक दिलाने के बदले मोटी रकम देने का लालच देकर साइबर बदमाशों ने आठ महीने में करीब तीन सौ लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। इस संदर्भ में साइबर पुलिस थाने में 182 शिकायत एवं विभिन्न पुलिस थानों में करीब सौ शिकायत दर्ज कराये गए है। 

 
इस साल साइबर अपराधों में ऑनलाइन टास्क (Online Task) के सबसे अधिक शिकायत दर्ज की गई है। साइबर चोरों की तलाश पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रही है। जिसमें पुलिस ने किसी भी मामले का खुलासा नहीं कर पाई है। शहर में फरवरी से शुरू हुई इस मामले में अब तक करीब तीन सौ लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी की जा चुकी है। शिवाजी नगर के साइबर पुलिस थाने में आठ महीनों में ऑनलाइन ठगी के 1114  शिकायत दर्ज किए गए है। जिसमें सबसे अधिक १८२ शिकायत टास्क के है। ऑनलाइन टास्क साइबर चोरों की यह नई तकनीक है। 
 
 
इन खेलों में अगर आप फंस गए तो आपको लाखों रुपये का नुकसान हो सकता है। साइबर अपराधों के स्वरूप विकेंद्रित और पुलिस का विस्तार हो रहा है, वैसे साइबर चोरों नागरिकों को फांसने के नई तरीके ईजाद करते जाते हैं। 
 

डेबिट और क्रेडिट कार्ड, उपहार, सस्ती बाइक, घरेलू उपकरण, नौकरियां, निवेश पर रिटर्न, बिजली बिल, लोन ऐप्स, सेक्सटॉर्शन जैसे ऑनलाइन कार्यों के जरिए चोरों द्वारा ठगी की जा रही है। हालांकि पुलिस को बैंकों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है, इसलिए पुलिस को उस खाते की जानकारी और ठिकाने का पता लगाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, जहां से शिकायतकर्ता ने पैसे भेजे थे। जिसके कारण अभी तक पुलिस के द्वारा एक भी मामला पुलिस हल नहीं कर पाई है।

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, साइबर पुलिस स्टेशन, मीनल पाटिल का कहना है कि ऑनलाइन टास्क के मामले इस साल से शुरू हुए है। लाइक के लक्ष्य बनाकर उसके बदले पैसे कमाने के झांसा दिया जाता है।  जैसे-जैसे लोग इस खेल का शिकार होते हैं वे खुद पैसे भेजते हैं। शिक्षित लोगों को ऐसा करने से रोकने की चुनौती पैदा हो गई है। ऑनलाइन टास्क के मामले विदेश से किए जाते है। प्रत्येक अपराध में अलग अलग खातों में पैसे लिये जाते है।