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    पुणे: शिक्षा का मायका और सुसंस्कृत शहर को कलंकित करने की घटना का पर्दाफाश हुआ है। दादी के बेटे ने गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव (Body) के टूकड़े-टूकड़े कर उसे मुला मुठा नदी (Mula Mutha River) में फेंकने की चौंकाने वाली घटना पुणे (Pune) में सामने आई है। इस घटना से शहर सहम गया है। मुंढवा पुलिस (Mundhwa Police) ने इस मामले का पर्दाफाश किया है। 

    पेड़ काटने वाले कटर की मदद से दादी के टूकड़े किए और उसे केशव नगर और थेऊर भाग में ले जाकर मुला मुठा नदी में फेंकने की जानकारी जांच में  सामने आई है। इस मामले में पुलिस ने बुजुर्ग महिला के बेटे और पोते को गिरफ्तार कर लिया है। खुद के बेटा अपने बेटे को बचा रहा था।

    पुलिस ने किया दो को गिरफ्तार

    मृतक का नाम उषा विठ्ठल गायकवाड (62) है। इस मामले में उसके बेटे संदीप विठ्ठल गायकवाड (42), पोते साहिल उर्फ गुड्डु संदीप गायकवाड (20) को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में उषा की बेटी शीतल मनोज कांबले ने मुंढवा पुलिस स्टेशन में मां के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इन दोनों पर मां का अपहरण कर उसके साथ कुछ बुरा करने की आशंका जताई थी। इसके आधार पर पुलिस पिछले कुछ दिनों से इसकी जांच कर रही थी। पुलिस ने आरोपियों को 7 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। 

    गला दबाकर की हत्या

    संदीप गायकवाड एक राष्ट्रीय पार्टी का पदाधिकारी है। ये बेटे साहिल द्वारा मां की हत्या करके सबूत नष्ट किए जाने की जानकारी संदीप गायकवाड को थी, लेकिन उन्होंने पुलिस से यह जानकारी छिपाई। पुलिस ने बताया कि बेटे के कृत्य का सपोर्ट कर रहा था। उषा अकेले रहती थी। साहिल जिस घर में रहता था वह घर और गहने दादी उषा के नाम पर था। वह पोते और अन्य को घर छोड़कर जाने के लिए कहती थी। इसी गुस्से में साहिल ने पिछले महीने 5 अगस्त की दोपहर जब उसकी दादी उषा घर में सो रही थी उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।  इसके बाद सबूत नष्ट करने के लिए  और पुलिस को भ्रमित करने के लिए उनका मोबाइल कासेवाडी में रखा। 

    बाथरूम में शव के टुकड़े किए

    आरोपी ने दादी की हत्या करने के बाद सबूत नष्ट करने के लिए पेड़ काटने वाला इलेक्ट्रिक कटर खरीद कर बाथरूम में शव के टुकड़े किए। इन टुकड़ों को बोरी में भरकर बाइक और फॊर व्हीलर से पहले केशवनगर के कचरा डिपो के पीछे मुला मुठा नदी किनारे फेंक दिया। साथ ही  थेऊर नदी पुल से बहते पानी में डाला था। इसके बाद घर आकर कटर और खून से लथपथ कपड़े मांजरी के नदी किनारे डालने की बात कबूल की है। यह कार्रवाई जोन-5 की डीसीपी नम्रता पाटील , सहायक पुलिस  आयुक्त बजरंग देसाई के मार्गदर्शन में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर ब्रह्मानंद नाईकवाडी , पुलिस इंस्पेक्टर क्राइम  प्रदीप काकडे,पुलिस  अंमलदार संतोष जगताप की टीम ने की।

    केवल पांव मिला

    साहिल ने दादी के टूकड़े-टूकड़े कर उसे पानी में डाला था। पुलिस ने उसके बताई सभी जगहों पर सर्च अभियान चलाया, लेकिन पुलिस को इन जगहों से कुछ नहीं मिला। इस बीच, लोणीकंद परिसर में 15 दिन पूर्व थेऊर के पास वाडेगांव में की दायां पैर मुला मुठा नदी के किनारे मिला था। वह पांव बुजुर्ग उषा का होने की जानकारी सामने आई है। बाकी के अंग पुलिस ढूंढ रही है, लेकिन वह अभी तक नहीं मिला।

    उषा का बेटा भी शामिल

    उषा का बेटा संदीप ने पुलिस को इस घटना की कोई जानकारी नहीं देकर बेटे का साथ दिया, लेकिन बुजुर्ग मां के टूकड़े-टूकड़े कर फेंकने में संदीप के साथ होने का संदेह पुलिस को है। इसके अनुसार पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। यह जानकारी सूत्रों से मिली है।

    फिल्म देखकर दिया हत्याकांड को अंजाम

    साहिल ने बेहद निर्दयता से यह हत्या की। उसने दृष्यम फिल्म कई बार देखा था। उसके बाद हत्या की और दादी के टूकड़े कर उसे पानी में फेंक दिया। खास बात यह है कि उसने दादी के लापता होने की शिकायत भी पुलिस से की थी, लेकिन महिला की बेटी ने साहिल की बुआ ने पुलिस में अपहरण की शिकायत कर संदेह जताए जाने पर पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू की। इसके बाद इस हत्याकांड से पर्दा उठा।