पुणे: बीते कुछ दिनों में महावितरण (Mahavitaran) ने बिजली चोरी (Electricity Theft) रोकने के लिए जमकर मुहिम चलाई है। इस मुहिम के तहत पश्चिम महाराष्ट्र (West Maharashtra) के विभिन्न जिलों में बिजली चोरी के 7 हजार मामलों को उजागर किया। इन मामलों में खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले बिजली पंपों समेत स्टार्टर, केबल को जब्त कर, दोषी लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। आने वाले समय में इस तरह की कार्रवाई जारी रखें, ऐसे निर्देश प्रादेशिक संचालक अंकुश नाले ने दिए है।
महावितरण की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिजली चोरी के खिलाफ की जा रही इस कार्रवाई में अब तक सोलापुर जिले में 3 हजार 021, सातारा जिले में 703, कोल्हापुर जिले में 35, सांगली जिले में 457 और पुणे जिले के तहत पुणे ग्रामीण, गणेशखिंड, रास्ता पेठ मंडलों में 573 और बारामती ग्रामीण मंडल में 2 हजार 431 मामलों में बिजली तारों पर आकड़ा डालकर चोरी होने की घटना उजागर हुई। इनमें से ज्यादातर चोरी कृषि पंपों के इस्तेमाल के लिए की जा रही थी।
बिजली चोरी के चलते हो रही थी कम दबाव से बिजली की आपूर्ति
इस तरह की बिजली चोरी के चलते ग्राहकों को बिजली की आपूर्ति कम दबाव से हो रही थी। साथ में बिजली केबल तथा ट्रान्सफॉर्मर पर ज्यादा लोड़ आना और उसका खराब होगा, बिजली के हादसे ऐसी घटनाएं हो रही थी। इस कार्रवाई से इन घटनाओं पर लगाम लगेगी। साथ में अधिकृत बिजली ग्राहकों को बेहतरीन और सुचारू रूप से आपूर्ति होगी।