Hemant rasane

    Loading

    पुणे. केंद्र सरकार के दायरे में आने वाली संस्था राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (NEERI) को वैकुंठ कब्रिस्तान में श्मशान से निकलने वाले धुएं (Fumes) से होने वाले प्रदूषण (Pollution) और वायु गुणवत्ता (Air Quality) की जांच के लिए नियुक्त किया गया है। स्थाई समिति (Standing Committee) की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। ऐसी जानकारी स्थायी समिति के अध्यक्ष हेमंत रासने (Hemant Rasne) ने दी। 

    रासने ने कहा कि वैकुंठ कब्रिस्तान में तीन इलेक्ट्रिक राइट-ऑफ-वे श्मशान, एक गैस-दाहिनी और लकड़ी के दाह संस्कार के लिए छह लकड़ी-घाट शेड हैं। इन दाहिनी की ओर से निकलने वाले धुएं और चार शेडों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए आठ अलग-अलग स्क्रबर और ब्लोअर सिस्टम लगाए गए हैं। इस धुएं को संसाधित किया जाता है और 30 मीटर से अधिक ऊंची चिमनी से हवा में छोड़ा जाता है। 

    नागरिकों की आ रही थी शिकायतें 

    रासने ने कहा कि क्षेत्र के निवासियों ने लिखित रूप में नगर निगम और पीएमसी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायतें दर्ज कराई हैं कि धुएं से बहुत अधिक प्रदूषण होता है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में भी एक मुकदमा दायर किया गया है और उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। रासने ने कहा कि इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, प्रदूषण को कम करने के लिए वैकुंठ कब्रिस्तान में सभी मौजूदा प्रणालियों की जांच तीसरे पक्ष नीरी के माध्यम से की जाएगी। अगले छह माह में नगर निगम और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से वर्तमान स्थिति को समझने, स्थल का निरीक्षण करने, कब्रिस्तान से निकलने वाले धुएं और वायु गुणवत्ता की जांच करने, मौजूदा व्यवस्था का विश्लेषण करने और आवश्यक तकनीकी बनाने का काम किया जाएगा। 

     श्वानदंश टीका खरीदी को मंजूरी 

    स्थायी समिति ने स्वास्थ्य विभाग के सभी औषधालयों, अस्पतालों और प्रसूति वार्डों के लिए कुत्ते के काटने के टीके की खरीद को मंजूरी दे दी है, अध्यक्ष हेमंत रासने ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। रासने ने कहा कि प्रत्येक वैक्सीन के लिए दर 281 रुपये तय की गई है। वैक्सीन की खरीद के लिए कुल 72 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। अस्पतालों की मांग के अनुरूप नगर निगम डिपो स्थित केंद्रीय दवा भंडार के माध्यम से वैक्सीन की खरीद की जाएगी।