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    पिंपरी: एक साल की बच्ची को उसके माता-पिता ने साईं मंदिर (Sai Mandir) के सामने लावारिस छोड़ दिए जाने की घटना पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) के दिघी पुलिस थाने की सीमा (Dighi Police Station) में सामने आयी है। रोती हुई बच्ची की आवाज सुनकर आखिरकार पुलिस ने उसे सहारा दिया। यह वाकया वड़मुखवाड़ी में हुआ। इस संबंध में पुलिस नाइक हेमंत आव्हाड ने दिघी थाने में अज्ञात माता-पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 317 के तहत शिकायत दर्ज कराई है।

    इस बारे में पुलिस से मिली विस्तृत जानकारी यह है कि चरहोली वडमुखवाड़ी स्थित साईं मंदिर के सामने आए नागरिकों ने एक साल के बच्चे को जोर-जोर से रोते हुए देखा। उसके साथ कोई नहीं होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। दिघी पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया। बच्ची को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसकी स्थिति की जांच की गई। पुलिस को यह जानकर राहत मिली कि उसकी हालत ठीक है। 

    पुलिस कर रही बच्ची के माता-पिता की तलाश

    इस संबंध में पुलिस दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि अज्ञात माता-पिता बच्ची की देखभाल न करने की नीयत से उसे सड़क पर अकेला छोड़कर चले गए। पुलिस की ओर से इस घटना की जानकारी पुणे बाल कल्याण समिति को दे दी गई है और बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बच्ची को दिघी स्थित बाल गृह में रखा गया है। दिघी पुलिस आरोपी माता-पिता की तलाश कर रही है।