Pawana Dam
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पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) और मावल तालुका (Maval Taluka) की प्यास बुझाने वाले पावना बांध (Pawana Dam) में सिर्फ 22 फीसदी पानी का स्टोरेज (Water Storage) बचा है। यह स्टॉक जुलाई के आखिरी हफ्ते यानी 40 दिन तक बना रहेगा। हालांकि जल्द बारिश नहीं हुई तो पिंपरी-चिंचवड़ शहर में पानी की स्थिति गंभीर हो जाएगी। बारिश इसी तरह नदारद रही तो शहर में पानी की कटौती करनी पड़ सकती है।

पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका पवना बांध से पानी लेकर पिंपरी-चिंचवड़ शहर को पानी की आपूर्ति करता है। वर्तमान में पवना नदी पर बने रावेत बांध से पानी उठा कर शहर को प्रतिदिन 510 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है। भीषण गर्मी के कारण बांध में पानी काफी हद तक वाष्पित हो रहा है। इससे जल संग्रहण तेजी से घट रहा है। भीषण गर्मी के चलते पवना डैम में फिलहाल 22 फीसदी पानी का स्टोरेज है। हालांकि यह भंडार जुलाई के अंत तक चलने के लिए पर्याप्त है, लेकिन जून के पहले सप्ताह में बारिश ने चकमा दे दिया है।

बारिश नहीं हुई तो हो सकती है पानी की कमी

अगले कुछ दिनों में अगर जोरदार बारिश रूप नहीं होती है तो पवना बांध का जल संग्रहण और कम हो जाएगा। इस साल बारिश का शेड्यूल शुरू में ही ठप होने की आशंका जताई जा रही है। 7 जून को मानसून राज्य में प्रवेश करता रहा है। हालांकि इस साल बारिश 8 जून को केरल में मानसून ने प्रवेश किया है। यदि आगे की यात्रा के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं, तो बारिश के लंबे समय तक टलने की संभावना है। इसका असर पवना डैम में पानी के स्टोरेज पर पड़ेगा। इसके चलते पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका, मावल और एमआईडीसी की कुछ नगर पालिकाओं में पानी की कमी का समय आ सकता है।

पवना बांध में वर्तमान में केवल 22 प्रतिशत जल संग्रहण है। यह पानी जुलाई के अंत तक पर्याप्त है। इसलिए जरूरत है कि पानी का कम से कम इस्तेमाल किया जाए। बारिश ऐसे ही नदारद रही तो जुलाई माह में बांध में पानी का भंडारण और कम हो जाएगा। इससे पानी की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।

-समीर मोरे, उप अभियंता, पवना बांध