Maharashtra

    Loading

    पिंपरी: दबंग पुलिस कमिश्नर के रूप में चहुंओर परिचित कृष्ण प्रकाश के नाम से उन्हीं के पुलिसकर्मियों से मनचाहे तबादले के लिए फिरौती (Ransom) मांगे जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। फिरौती मांगनेवाले ने पहले पुलिस थाने (police Station) में फोन (Phone) कर खुद को कंट्रोल रूम का पुलिस निरीक्षक पाटिल बताकर तबादलों के लिए योग्य कर्मचारियों की लिस्ट मंगाई। इसके बाद उन कर्मचारियों को मनचाहे जगहों पर तबादले के लिए पैसों की मांग की। यही नहीं उसने ये पैसे ‘सीपी साहब’ यानि खुद कृष्ण प्रकाश को देने हैं, यह भी दावा किया। यह मामला संज्ञान में आते ही पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ( Police Commissioner Krishna Prakash) ने तत्काल मामला दर्ज कर आरोपी को धरदबोचने के आदेश दिया है। 

    भोसरी एमआईडीसी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को हाल ही में भोसरी एमआईडीसी में फैक्ट्रियों और कंपनियों की तथाकथित माथाड़ी नेताओं द्वारा फिरौती की मांग करने संबन्धी शिकायतों पर ध्यान नहीं देने के आरोप में कंट्रोल रूम में ट्रांसफर किया गया है। अजीब संयोग है कि इसी थाने में पुलिस कमिश्नर के नाम से फिरौती मांगने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। इस थाने की एक महिला हवलदार और कंट्रोल रूम में ट्रांसफर पर गए वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शिवाजी गवारे की समयसूचकता से यह फर्जीवाड़ा उजागर हो सका है। पुलिस कमिश्नर के नाम से उन्हीं के पुलिसकर्मियों से पैसों की मांग करनेवाले आरोपी का मोबाइल फोन का लोकेशन ट्रेस कर उसकी खोज में पुलिस टीम रवाना हो गई है। 

    थाने से तबादलों के लिए पात्र कर्मचारियों की लिस्ट मांगी

    इस मामले में दुसरा संयोग यह है कि इस मामले के आरोपी ठग ने खुद को पुलिस निरीक्षक पाटिल बताकर पुलिसकर्मियों से पैसे मांगे थे, अब इस मामले की जांच भी पुलिस निरीक्षक पाटिल के हाथों में हैं। इस ठग ने भोसरी एमआईडीसी थाने के अन्य तीन पुलिसकर्मियों से भी तबादले के लिए पैसों की मांग किए जाने की जानकारी सामने आई है। आरोपी शख्स पुलिस विभाग और उसकी कार्यप्रणाली के बारे में अच्छी खासी जानकारी रखता है, ऐसा उसकी मोडस ऑपरेंडी से पता चलता है। उसने यह मौका साधने की कोशिश की जब टर्म पूरी हो चुके पुलिस कर्मचारियों के नियमित तबादले (रूटीन ट्रांसफर) होने वाले हैं। उसने कल दोपहर भोसरी एमआईडीसी थाने में फोन किया और खुद को कंट्रोल रूम का पुलिस निरीक्षक पाटिल बताकर थाने से तबादलों के लिए पात्र कर्मचारियों की लिस्ट मांगी। 

    आरोपी का लोकेशन ट्रेस हो गया 

    पुलिस कंट्रोल रूम से फोन रहने से थाने के अधिकारियों ने भी उसे लिस्ट भेज दी। इसके बाद उसने लिस्ट में शामिल रहे पुलिस कर्मचारियों के फोन पर संपर्क किया और उन्हें बताया कि आज शाम तबादलों का गैजेट निकलने वाला है। इस गैजेट में उक्त महिला पुलिसकर्मी का भी नाम है और उसे उसके घर के पास चिखली थाने में तबादला देने के लिए 15 हजार रुपए ‘सीपी साहब’ को देने पड़ेंगे। उस महिला पुलिसकर्मी ने कंट्रोल रूम में ट्रांसफर हुए अपने तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शिवाजी गवारे को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कंट्रोल रूम में पाटिल नामक कोई अधिकारी नहीं रहने की बात बताई। यह कोई ठग है, उसे ट्रैप में फंसाने के लिए गूगल पे के जरिए पांच हजार रुपए भेजने को कहा। इसके अनुसार संबन्धित महिला पुलिसकर्मी ने आरोपी को गूगल पे से पैसे भेज दिए। अब इसके अनुसार उसका लोकेशन ट्रेस हो गया है और पुलिस टीम उसकी तलाश में रवाना हो गई है।