नाले पर एसटीपी प्लांट का अवैध निर्माण रोकें, जानें किसने दी आंदोलन की चेतावनी

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    पिंपरी: नागरिकों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर फिराने वाले पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) द्वारा खुद ही चिखली कुदलवाड़ी में नाले (Drain) पर चल रहे एसटीपी प्लांट (STP Plant) का अनाधिकृत निर्माण (Illegal Construction) किया जा रहा है। इस निर्माण को तत्काल रोका जाए। साथ ही शहर के पिंपलेनिलख, विशालनगर, वाकड में नालों पर अनाधिकृत निर्माणों पर कार्रवाई करनी चाहिए। यह मांग करते हुए भारतीय मराठा महासंघ के पुणे संभाग के उपाध्यक्ष ऋषिकेश कंवटे ने अगले 15 दिनों में पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।

    इस संबंध में उन्होंने पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका कमिश्नर शेखर सिंह को ज्ञापन दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के पर्यावरण विभाग द्वारा अनाधिकृत निर्माण का कार्य चल रहा है। पर्यावरण विभाग, जो नागरिकों के अनाधिकृत निर्माणों पर ताबड़तोड़ प्रहार करता है, कुदलवाड़ी के चिखली में तीन एलएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का अवैध निर्माण काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट पर करीब आठ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 

    MPCB ने दिया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का निर्देश

    चिखली, कुदलवाड़ी क्षेत्रों में शहरीकरण की तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही, इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लघु उद्योग, कबाड़ के गोदाम हैं। फैक्ट्री का पानी, सीवेज सीधे इंद्रायणी नदी में छोड़ा जा रहा है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण निगम ने बार-बार महानगरपालिका को चिखली इलाके में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का निर्देश दिया था। तदनुसार मनपा के पर्यावरण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया कराकर ठेकेदार मार्कस को यह कार्य दिया गया है। 

    किया जा रहा है आठ करोड़ रुपए खर्च

    इस काम पर आठ करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा है। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन खुद नाले पर इस तरह के अवैध प्रोजेक्ट लगा रहा है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और कोई नहीं है।  पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका स्वयं अनधिकृत निर्माण कर सकती है, लेकिन अगर आम नागरिक अनधिकृत निर्माण करते हैं, तो वे उन पर बुलडोजर चला देते हैं।