सोलापुर: महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) का बार-बार उल्लंघन करने वाली फैक्ट्रियों का समर्थन करने वाले उप क्षेत्रीय अधिकारी अजीत पाटिल (Sub Regional Officer Ajit Patil) को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (ACB) ने दो लाख रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों पकड़ा है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Maharashtra Pollution Control Board) में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पाटिल को चीनी कारखाने की डिस्टलरी इकाई के लाइसेंस के नवीनीकरण में मदद करने और कारखानों द्वारा की गई वायु और जल प्रदूषण की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने के लिए दो लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उप क्षेत्रीय अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय सोलापुर ने शिकायतकर्ता को चीनी कारखाने की आसवनी इकाई के लाइसेंस के संचालन के लिए सहमति को नवीनीकृत करने में सहायता की। साथ ही फैक्ट्री से वायु और जल प्रदूषण के संबंध में लोगों द्वारा की गई शिकायतों पर कार्रवाई न करने और प्रस्तावित फार्मास्यूटिकल्स इकाई के लाइसेंस प्रस्ताव को वरिष्ठ कार्यालय में स्थापित करने की सहमति प्रस्तुत करने के लिए शिकायतकर्ता से दो लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। साथ ही स्वयं रिश्वत स्वीकार कर उन्होंने व्यक्तिगत आर्थिक लाभ के लिए आपराधिक व्यवहार किया है।
वरिष्ठों से शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उप क्षेत्रीय अधिकारी अजीत पाटिल के खिलाफ वरिष्ठ स्तर तक शिकायत की गई थी। कलेक्टर मिलिंद शंभरकर ने पाटिल के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए विभाग को रिपोर्ट सौंपी थी। इनमें कार्यालय से बार-बार अनुपस्थित रहना, नियमों का उल्लंघन करने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई न करना, अन्य शिकायतें शामिल थी, लेकिन वरिष्ठ कार्यालय द्वारा भी पाटिल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। अंतत: भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने पाटिल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया, जिसके बाद अब पाटिल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।