ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करें : सांसद श्रीरंग बारणे

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    पिंपरी : निगडी के सेक्टर 23 से थेरगांव (Thergaon) में पानी की टंकी तक एक मीटर व्यास वाली पेयजल पाइप लाइन (Drinking Water Pipeline) का काम बेहद घटिया किस्म का हुआ है। इस पाइप लाइन से पिछले एक महीने से हजारों लीटर पानी बर्बाद (Waste) हो चुका है। एक तरफ करदाताओं को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। तो दूसरी तरफ हीन दर्जे के काम के कारण हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। ठेकेदार महानगरपालिका अधिकारियों की भी नहीं सुन रहा है। यह शिकायत करते हुए शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे (MP Shrirang Barne) ने महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) को ठेकेदार वीआईएल (Contractor VIL) के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

    पिछले एक महीने से हजारों लीटर पानी बर्बाद 

    इस संबंध में कमिश्नर और प्रशासक राजेश पाटिल को ज्ञापन दिया गया है। इसमें सांसद ने कहा कि महानगरपालिका के जलापूर्ति विभाग ने निगडी के सेक्टर 23 से थेरगांव में पानी की टंकी तक एक मीटर व्यास की पेयजल पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया है। महानगरपालिका ने चार साल पहले एक ठेकेदार वीआईएल को काम सौंपा था। काम पूरा होने के साथ ही महानगरपालिका ने एक महीने से पाइप लाइन से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, लेकिन, ठेकेदार ने पाइप लाइन का काम गुणवत्तापूर्ण ढंग से नहीं किया। डांगे चौक से बिड़ला अस्पताल तक पाइप लाइन में बड़ा लीक है। नतीजतन, पानी लीक हो रहा है और पानी सही जगहों पर जमा हो रहा है। पिछले एक महीने से हजारों लीटर पानी बर्बाद हो चुका है। प्रशासन ने इसकी अनदेखी की है।

    ठेकेदार प्रशासन की नहीं सुन रहा

    उन्होंने कहा कि इस बारे में खुद भी दो बार शिकायत करने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। महानगरपालिका द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद ठेकेदार वीआईएल द्वारा किए जा रहे घटिया काम से हजारों लीटर पानी लीक हो रहा है। स्थानीय लोग लगातार जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों से शिकायत भी कर रहे हैं। हालांकि, ठेकेदार प्रशासन की नहीं सुन रहा है। पाइप लाइन की तत्काल मरम्मत कराई जाए। तब तक पाइप लाइन में पानी नहीं छोड़ा जाना चाहिए। वीआईएल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। सत्ताधारी बीजेपी की अनियोजित गतिविधियों के कारण पिंपरी-चिंचवड़ वासी पिछले ढाई साल से पानी की कटौती का सामना कर रहे हैं। वर्तमान में कई जगहों पर पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कम दबाव के साथ, नागरिकों की ओर से अपर्याप्त पानी की आपूर्ति की शिकायतें हैं। लोगों को पीने का पानी नहीं मिलता। वहीं पिछले महीने भर से लीक हुई पाइप लाइन से हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। फिर भी प्रशासन संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। बारणे ने सवाल किया कि प्रशासन चुप क्यों है और क्या अधिकारियों के हित इसमें शामिल हैं।