File Photo
File Photo

Loading

-महापौर मुरलीधर मोहोल की जानकारी

पुणे. शहर में झोपड़ी इलाकों के दायरे में ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. प्रशासन ने इसे रेड ज़ोन घोषित किया है. साथ ही इन्हीं इलाको को फोकस कर काम किया जा रहा है. प्रशासन ने अब कोरोना फ्री पुणे की घोषणा की है. इसके अनुसार इन इलाकों में स्क्रीनिंग किया जा रहा है. साथ ही स्वैब टेस्ट भी किया जा रहा है. टेस्ट लेने की तादाद भी प्रशासन ने बढ़ाई है. 

प्रशासन द्वारा हाल ही में एक दिन में लगभग 3 हजार 227 लोगों का स्वैब टेस्ट लिया. जो अब तक का एक दिन में सबसे अधिक है. अब तक 90 हजार से अधिक स्वैब टेस्ट लिए गए हैं. ऐसी जानकारी महापौर मुरलीधर मोहोल ने दी.

झोपड़ी इलाकों को किया गया फोकस

पुणे शहर कोरोना संक्रमण के चपेट में आया है. देश में सबसे ज्यादा तेज़ी से यहां पर कोरोना संक्रमण हो रहा है.  केंद्र सरकार ने भी इसकी पुष्टि कर दी है. शहर से कोरोना पर रोक पाने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे है. फिर भी इस पर काबू पाना मुश्किल हो गया है. महापालिका प्रशासन की मानो तो कोरोना ने झोपड़पट्टी इलाकों को अपने घेरे में लिया है. इसमें प्रमुख 5 क्षेत्रीय कार्यालयों का समावेश हैं. इसमें भवानी पेठ, शिवाजी नगर, ढोले पाटिल रोड़, कसबा-विश्रामबागवाड़ा व येरवड़ा क्षेत्रीय कार्यालय का समावेश है. उसमें भी प्रमुख 8 झोपड़पट्टियां हैं, जिस पर कोरोना का ज्यादा प्रभाव है. इसलिए इन इलाकों को रेड जोन घोषित किया है.

बढ़ाई जा रही स्वैब टेस्ट की तादाद

महापौर के जानकारी के अनुसार कोरोना का प्रकोप कम करने के लिए प्रशासन द्वारा नागरिकों के स्वैब टेस्ट लेने की तादाद बढ़ाई है. कई दिन पहले 500-600 लोगों के स्वैब टेस्ट किए जाते थे, लेकिन अब यह तादाद बढ़ाकर 2 हजार से भी ज्यादा की है. महापौर ने कहा कि 22 जून के दिन तो करीब 3227 स्वैब टेस्ट किए गए. अब तक की यह सबसे बड़ी संख्या हैं. अब तक प्रशासन द्वारा 90 हजार 406 नागरिकों के टेस्ट लिए गए हैं. आगे भी यह तादाद जारी रहेगी.