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    पुणे : शहर (City) और आसपास के इलाकों समेत पुणे (Pune) में अंतरराज्यीय (Interstate) गांजा (Hemp) तस्करों (Smugglers) का गिरोह (Gang) सक्रीय हैं और यही वजह है कि आए दिन पुणे और आसपास के इलाकों से बड़ी मात्रा में गांजा और अन्य अम्लीय पदार्थों के पकड़े जाने का सिलसिला जारी है। ताजा मामले में यवत पुलिस ने 1.5 क्विंटल से अधिक गांजे की खेप पकड़ी है। जिसमें दर्जन भर लोग गिरफ्तार हुए है। पुलिस ने पाटस सीमा पर आधी रात को 167 किलो गांजा और भांग ले जाने में इस्तेमाल होने वाले दो ट्रकों सहित कुल 78 लाख 10 हजार का सामान जब्त किया है।

    पुलिस ने इस मामले में महिला और पुरुष समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस निरीक्षक नारायण पवार ने मामले की जानकारी दी। पुलिस इंस्पेक्टर पवार को गोपनीय सूचना मिली थी, कि गांजा तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य रविवार आधी रात को आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से पुणे हाईवे पर ट्रक से जा रहे है। इसके लिए पुलिस ने दो दस्ते बनाये।  गोपनीय सूचना के आधार पर आधी रात को  करीब दो संदिग्ध ट्रकों को रोका गया। पुलिस टीम ने ट्रक की तलाशी ली तो उसमें गांजा का  बैग मिला। पुलिस ने गांजा के साथ 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

    जिसकी कुल कीमत 78 लाख रुपए 

    इन आरोपियों से पुलिस ने लगभग 30 लाख रुपए का गांजा और 48 लाख रुपये मूल्य के दो ट्रक भी बरामद किए हैं, जिसकी कुल कीमत 78 लाख रुपए है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान रविकुमार पुपल्ला (आंध्र प्रदेश), रवी अजमेरा (आंध्र प्रदेश), उमेश थोरात (मंचर, पुणे), युवराज पवार (मुथळा, बुलडाणा), उत्तम चव्हाण (करवंड, बुलढाणा), प्रकाश व्यंकटेश्वराव (विजयवाडा, आंध्र प्रदेश), किसन पवार (मुथला, बुलडाणा), रुक्मिणी पवार (ढाकरखेड, बुलडाणा), मीना पवार (ढाकरखेड, बुलडाणा), ममता चव्हाण (करवंड, बुलडाणा), लीला चव्हाण (चिखली, बुलडाणा), ललिता पवार (ढाकरखेड, बुलडाणा) के रूप में हुई है।