रायगढ़: महाराष्ट्र के (Maharashtra) रायग़ढ़ (Raigarh) से आर्थिक तंगी से तंग आकर एक शिक्षक ने जहर पीकर जान दे (Teacher Suicide) दी। दिल दहला देने वाली यह घटना रायगढ़ जिले के पेण में हुई है। उस शिक्षक का नाम महादेव जानू वारगुडे है। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पोस्ट से यह बात सामने आई है कि समय पर सैलरी न मिलने के कारण आर्थिक तंगी से परेशान होकर वारगुडे ने यह खौफनाक कदम उठाया। आत्महत्या से पहले लिखे पोस्ट में उन्होंने महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आइए जानते है पूरा माजरा…
आत्महत्या से पहले नोट में लिखा
प्रति घंटा कर्मचारी को कायम स्वरूपी कर्मचारी बनाएं या फिर वेतन बढ़ायें, नहीं तो मेरे जैसे सबका यह हाल होने में देर नहीं लगेगी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि क्या सरकार को मेरे बच्चों को छोड़ने का दर्द भी पता होगा या नहीं।
वायरल हुई सोशल मीडिया पोस्ट
‘प्रति घंटा कर्मचारियों को जल्दी नियुक्त करें, वेतन बढ़ाएं। अन्यथा मेरे जैसे हाल होने में अन्य लोगों को देर नहीं लगेगी। सरकार को मेरे सोने जैसे बच्चों को छोड़ने का दर्द पता चलेगा या नहीं? मैं और भी बहुत कुछ जीना चाहता था, लेकिन समय पर तनख्वाह नहीं मिलती, पता नहीं कैसे गुजारा करूं। मुझे खेद है कि मैं अपने बच्चों को बीच में ही छोड़ रहा हूं।’
‘हमें थोड़ा संघर्ष करके जीना पड़ा, लेकिन मन अंदर से पूरी तरह टूट चुका है। यह सरकार आम आदमी को जीने नहीं देगी। यही कारण है कि अच्छे दिन आये नहीं, खर्च करने और समय पर वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। अनुराज सॉरी बेबी। आपकी याद आती है।’ इस घटना से न केवल रायग़ढ़ बल्कि पूरा महाराष्ट्र हड़ंकप मचा हुआ है।