Drone surveillance RAILWAY
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    नवी मुंबई : उरण (Uran) स्थित जेएनपीटी बंदरगाह (JNPT Port) से चीन के ड्रोन की तस्करी (Drone Smuggling) करने का मामला प्रकाश में आया है, इस मामले में न्हवा शेवा सीमा शुल्क विभाग की क्राइम इंटेलिजेंट यूनिट (Crime Intelligent Unit) ने चीन से आयात किए गए 1200 ड्रोन को जब्त किया है, जिसकी कीमत 4 करोड़ 75 लाख रुपए बताई गई है. इस मामले में चीन से सामान मंगाने वाली कंपनी और एजेंसी की छानबीन की जा रही है।

    न्हवा शेवा सीमा शुल्क विभाग के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से मिली जानकारी के अनुसार चीन से ईंधन पंप और खिलौनों के नाम पर एक कंटेनर सामान का आयात किया गया था, इस कंटेनर में चीन में बने ड्रोन छिपाकर लाए गए हैं, इसके बारे में गुप्त जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर 40 फुट लंबे इस कंटेनर की जांच की गई, जिसमें चीन में बने 1200 ड्रोन बरामद हुए। यह ड्रोन खिलौने और इंधन पंप के बीच में छिपाकर रखे गए थे।

    पाबंदी की कर रहे अनदेखी

    गौरतलब है कि चीन से सामान के आयात पर केंद्र सरकार द्वारा पाबंदी लगाई गई है, इसके बावजूद कुछ लोग रास्ता बदल कर चीन से सामान का आयात करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके पहले भी चीन से आयात किए गए सामान से 36 ड्रोन सीमा शुल्क विभाग द्वारा जब्त किया था, जिसकी कीमत 14 लाख 11हजार बताई गई थी।

    जेएनपीटी से तस्करों का पुराना नाता 

    गौरतलब है कि उरण स्थित जेएनपीटी बंदरगाह से तस्करों का पुराना नाता है। इस बंदरगाह के शुरू होने पर ही तस्करों ने यहां पर अपनी पैठ जमाना शुरू कर दिया था, जो अब काफी गहरी हो गई है। इस बंदरगाह से पहले सोने-चांदी, हथियार, मादक पदार्थ, सांप की खाल की तस्करी हो रही थी, इसके बाद यहां से बड़े पैमाने पर लाल चंदन की तस्करी होने लगी थी, जिस पर सीमा शुल्क विभाग ने काफी हद तक अंकुश लगाया है, लेकिन अब इस बंदरगाह से चीन में बने ड्रोन का तस्करी शुरू हो गई है, जो देश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।