पुणे लिंक रोड पर टूटी पानी की पाइप लाइन, जल रिसाव से नागरिक परेशान

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    कल्याण : कल्याण-पुणे लिंक रोड (Kalyan-Pune Link Road) को चौड़ा और कंक्रीटिंग करते समय कंक्रीट (Concrete) की सड़कें (Roads) उसी जगह दब जाती हैं। जहां जलमार्ग (Waterways) होते हैं, यही एक्वाडक्ट्स (Aqueducts) अब कंक्रीट के भार से फट रहे हैं और कई जगहों पर ये एक्वाडक्ट्स लीक होने लगे हैं, इसी तरह से पिछले कई महीनों से तिसगांव नाका में कंक्रीट के नीचे जो एक्वाडक्ट्स फट गया था, उसे कंकरीट तोड़कर ठीक किया जाना है। एमजीआर किया नही गया है। जिससे पानी का रिसाव हो रहा हैं जिससे जहां नागरिकों (Citizens) को परेशानी उठानी पड़ रही हैं। वहीं पानी की भी बरबादी हो रही हैं। 

    तीसगांव नाका में मीट की दुकान के सामने कंक्रीट की सड़क के नीचे पिछले एक महीने से पानी का रिसाव हो रहा हैं। लेकिन चूंकि सड़क कंक्रीट की बनी थी, इसलिए रिसाव को ठीक करना संभव नहीं था। लेकिन जैसे ही यह देखा गया कि रिसाव बढ़ रहा है, रिसाव स्थल की कंक्रीट की सड़क टूट गई और रिसाव बंद हो गया। इस बिंदु पर सड़क की सतह से लगभग 4 फीट नीचे एक 350 मिमी व्यास कास्टिंग धातु एक्वाडक्ट में लगभग 2 से 3 इंच का बड़ा टूटना पाया गया। फाल्ट को ठीक करने वाले ठेकेदार ने बताया कि सड़क कांक्रीट करते समय पाइप भले ही फट गया हो, लेकिन पाया गया कि फटे हुए हिस्से को फटे हुए पाइप पर कंक्रीट डालकर बंद कर दिया गया था। यहीं से पानी के प्रेशर से कंक्रीट के हट जाने के बाद पानी का रिसाव शुरू हो गया होगा। इस मरम्मत के लिए पक्की सड़क तोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं था। इसी तरह की घटनाएं पूर्व में विट्ठलवाड़ी स्टेशन के पास होटल प्रसाद के सामने, गुंजई चौक, चक्की नाका के पास हो चुकी हैं। 

    इन जगह पर पहले भी ऐसा हो चुका है। ठेकेदार ने कहा कि इस जगह पर भी इसी तरह की मरम्मत की जानी है। दरअसल, सड़क को स्थायी रूप से बनाने से पहले सड़क की कंक्रीटिंग में आने वाले सभी सर्विस चैनलों को सड़क के किनारे (उपयोगिता) में स्थानांतरित किए जाने की उम्मीद थी। जो ऐसा नही किया गया। महानगरपालिका का पैसा बर्बाद हो रहा है और नागरिकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? जानकार नागरिकों द्वारा ऐसा सवाल पूछा जा रहा है।