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बिजली बिल विद्युत नियामक प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार-टोरेंट पावर

भिवंडी. वैश्विक महामारी से करीब 75 दिन तक हुए लाकडाउन की वजह से विद्युत मीटर रीडिंग समुचित रूप से न होने की वजह से ग्राहकों में बिजली बिल को लेकर जो भ्रांतियां फैली हैं वे पूर्णतया निराधार हैं. अनलॉक पीरियड में मीटर रीडिंग लेकर विद्युत नियामक प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के तहत उपभोक्ताओं को बिजली बिल दिया गया है. लाकडाउन से बंद हुए तमाम रोजगार से आर्थिक परेशानी झेल रहे उपभोक्ताओं को आसानी से भुगतान हेतु किश्तों में बिल भुगतान की सुविधा प्रदान की गई है. टोरेंट पावर कंपनी नें परिपत्र जारी कर निर्बाध बिजली आपूर्ति हेतु उपभोक्ताओं से बिलों का भुगतान किए जाने की अपील की है. 

गौरतलब हो कि टोरेंट पावर कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं को परिपत्र जारी कर बताया है कि लॉक डाउन के उपरांत मीटर रीडिंग उपलब्ध होने के बाद अप्रैल- मई-जून अर्थात 3 माह का बिल एकत्रित भेजा गया है, जिसको लेकर ग्राहकों में भ्रम पैदा हो रहा है. कुछ लोग जानबूझकर व्हाट्सएप और अन्य माध्यमों से बिल के बारे में अफवाह फैला रहे हैं जो पूर्णतया गलत है. शहर के जागरूक बिजली उपभोक्ताओं को सही तथ्यों को समझना चाहिए.

लॉकडाउन के दौरान अगर ग्राहकों ने औसत बिजली बिल का भुगतान किया है तो जून माह में 3 महीने एकत्रित बिजली बिल में अप्रैल और मई माह का स्थिर आकार और बिजली शुल्क को छोड़कर शेष राशि को शामिल किया गया है. विद्युत नियामक प्राधिकरण (एमईआरसी) के निर्देशानुसार, टॉरेंट पावर कंपनी ने लॉक डाउन की वजह से बंद हुए रोजगार के कारण आर्थिक संकट झेल रहे बिजली ग्राहकों की सहूलियत हेतु बिजली बिलों के भुगतान को किस्तों में किए जाने की सुविधा प्रदान की है. टोरेंट पावर कंपनी जनसंपर्क अधिकारी चेतन बदियानी ने विद्युत उपभोक्ताओं से बिजली बिल माफी जैसी अफवाह को पूर्णतया निराधार, अफवाह करार देते हुए बिलंब शुल्क से बचाव एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति हेतु बिजली बिलों का भुगतान अबिलम्ब किए जाने की अपील की है.

ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत ने भी बिलों को ठहराया सही

महाराष्ट्र राज्य ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत ने विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा बिल संबंधी शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए विद्युत नियामक प्राधिकरण के निर्देशानुसार ही उपभोक्ताओं से बिजली बिलों का भुगतान लिए जाने का आदेश तमाम बिजली कंपनियों को दिया है.