Big decision regarding Corona vaccination in America, US Army will discharge personnel who refuse to take vaccine
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    भिवंडी : महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) और शासन की बारंबार अपील के बावजूद पावर लूम नगरी (Power Loom City) भिवंडी (Bhiwandi) में करीब 1 वर्ष में अभी तक 75% लोगों का पहला और 59% लोगों का दूसरा टीकाकरण (Vaccination) किए जाने में कामयाबी हासिल हुई है।

    शासन प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी भिवंडी नगरी में अभी भी चौथाई आबादी टीकाकरण से पूर्णतया वंचित है। टीकाकरण को लेकर पहले तो युवाओं में उत्साह कम था लेकिन महानगरपालिका प्रशासन की कोशिशों के बाद युवाओं का टीकाकरण आंकड़ा 85% तक पहुंच गया है जिससे प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली है। 

    गौरतलब हो कि कोरोना संक्रमण प्रसार को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 1 वर्ष से जोरशोर से समूचे देश में वैक्सीन टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। करीब 8 लाख 3 हजार की आबादी की पावरलूम नगरी भिवंडी में लाखों की तादाद में पावरलूम उद्योग से जुड़े मजदूर कारखानों में काम करते हैं। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा पावरलूम कारखानों में काम कर रहे मजदूरों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में काम कर रहे लोगों के लिए टीकाकरण बंधनकारक किया गया अन्यथा कारखाना मालिकों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। कोरोना महामारी सुरक्षा का एकमेव जीवन सुरक्षा कवच टीकाकरण को लेकर महानगरपालिका  प्रशासन की भारी कोशिशों की बदौलत ही  75% अर्थात 4 लाख 40 हजार  लोगों का टीकाकरण होने में सफलता हासिल हुई लेकिन चौथाई आबादी अभी भी टीकाकरण से वंचित है। 59% लोगों को टीका की दूसरी डोज लगी है। 

    भिवंडी में टीकाकरण का ग्राम सबसे कम

    आश्चर्य आश्चर्यजनक है कि जिस भिवंडी शहर में करीब 1000 से अधिक कोरोना संक्रमण से मौत हुई वहां अभी तक टीकाकरण शतप्रतिशत न हो पाना बेहद चिंता का विषय है। सरकारी आंकड़ों की माने तो संपूर्ण ठाणे जिले में भिवंडी में टीकाकरण का ग्राफ अन्य जगहों से काफी कम है। भिवंडी से सटे ठाणे, कल्याण, नवी मुंबई, मीरा भायंदर, वसई विरार आदि महानगरपालिका क्षेत्रों में भिवंडी से ज्यादा टीकाकरण होना बताया जाता है।

    युवाओं में टीकाकरण को लेकर उत्साह

     सरकार द्वारा 15 से 18 वर्ष के युवाओं के लिए टीकाकरण शुरू किया गया जिसका सार्थक परिणाम भिवंडी में दिखाई पड़ा है। भिवंडी में 39 हजार युवा आबादी में 85 % युवाओं अर्थात करीब 25 हजार युवाओं का टीकाकरण हुआ है। युवाओं में प्रमुखतः स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। भिवंडी में बूस्टर डोज लेने वालों का आंकड़ा भी कम ही है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा 15 महानगरपालिका  स्वास्थ्य केंद्रों और सांस्कृतिक केंद्र एवं मोबाइल बैन के माध्यम से टीकाकरण के लिए कोशिशें की जा रही हैं। महानगरपालिका कमिश्नर सुधाकर देशमुख विभिन्न प्रचार माध्यमों से जीवन सुरक्षा की खातिर नागरिकों से टीकाकरण की गुजारिश कर रहे हैं।

    समझाने-बुझाने के बावजूद टीकाकरण को नकार देते हैं

    महानगरपालिका के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि समूचे शहर की रहिवासी बस्तियों में टीकाकरण हुआ लेकिन अथक प्रयासों के बाद भी अल्पसंख्यक बहुल कई बस्तियों मे अभी तक टीकाकरण किए जाने में कामयाबी हासिल नहीं हुई है। अल्पसंख्यक बस्तियों में रहने वाले अधिसंख्यक लोग समझाने-बुझाने के बावजूद टीकाकरण को नकार देते हैं जिससे काफी मेहनत के बाद भी टीकाकरण का शतप्रतिशत आंकड़ा पूर्ण करने में दिक्कत आ रही है।

    उक्त संदर्भ में महानगरपालिका प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कारभारी खरात का कहना है कि कोरोना का खात्मा नहीं हुआ है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन टीकाकरण स्वास्थ्य सुरक्षा का एकमेव कवच है। स्वास्थ्य सुरक्षा की खातिर नागरिकों को हमेशा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करना चाहिए। सबके सहयोग से ही कोरोना महामारी का खात्मा किया जा सकता है।