गावदेवी में सफाई कर्मचारियों को 28 साल बाद मिला उनके हक़ का घर

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    ठाणे : पिछले 28 वर्षों से अपने हक के घर में रहने से महरूम गावदेवी (Gavdevi) के 35 सफाई कर्मियों (Workers) को आखिरकार अब उनका हक़ का आशियाना विधायक संजय केलकर (MLA Sanjay Kelkar) के लगातार प्रयास से मिल गया है। 

    विधायक संजय केलकर से की मुलाकात 

    ठाणे के गावदेवी में सफाई कर्मियों की एक बस्ती थी। वे तीन मंजिला वाला तीन इमारत था। इन तीनों इमारतों में सफाईकर्मियों के 72 परिवार रहते थे। इमारत खतरनाक होते ही 1995 में महानगरपालिका ने सफाई कर्मियों को उनका घर खाली कराकर तीनों इमारतों को ध्वस्त कर दिया था। इस दौरान महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से सफाई कर्मचारियों को 18 महीने में उसी स्थान पर स्थानांतरित करने और श्रमिकों को कमरों का स्वामित्व देने का आश्वासन दिया था। लेकिन कई वर्षों से श्रमिकों का पुनर्वास नहीं किया गया था। इसके चलते सफाई कर्मी भगवान बरिया और उनके साथियों ने भी आमरण अनशन भी रखा था। लेकिन बारिया को महानगरपालिका के संबंधित विभाग द्वारा आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। इसके बाद इस संबंध में सफाई कर्मी बारिया ने ठाणे विधायक संजय केलकर से मुलाकात की थी। जिसके बाद इस मामले को लेकर केलकर ने तुरंत महानगरपालिका के संबंधित विभाग के अधिकारी से पत्र व्यवहार किया। समय-समय पर उन्होंने महानगरपालिका कमिश्नर से बात करते रहे। 

    आखिर में 35 सफाई कर्मचारी परिवारों के घरों की लॉटरी निकाली गई। जिसमें उन्हें हक का घर मिल गया। इसके अलावा विधायक केलकर के प्रयास से बाबासाहेब अम्बेडकर आवास योजना के माध्यम से 56 सफाई कर्मियों के परिवारों और सैकड़ों बेघर लोगों को स्थायी आवास मिल पाया है। इस मौके पर सभी सफाईकर्मियों ने विधायक केलकर का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें 28 साल के बाद मिले हक के घर को लेकर ख़ुशी जताई।