Jeans wash units are being built there by illegally occupying government lands.jpg

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    अंबरनाथ: अंबरनाथ (Ambernath) के शहरी क्षेत्र सहित तहसील के ग्रामीण हल्कों के दर्जनों गांवो में प्रतिबंधित जींस वॉश (Jeans Wash) का काम धड़ल्ले से शुरू है। महाराष्ट्र प्रदूषण मंडल (Maharashtra Pollution Board) द्वारा शिकायत मिलने पर कार्रवाई मात्र खानापूर्ति के लिए की जाती है। पुख्ता कार्रवाई न होने से उक्त कारोबार के कारण स्थानीय वालधुनी नदी प्रदूषित (Waldhuni River Polluted) हो गई है।

    इस बीच सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करके बनाए गए 2 जींस वॉश युनिट्स पर अंबरनाथ की तहसीलदार प्रशांति माने के आदेश पर करवले गांव में जेसीबी मशीन से तोड़ू कार्रवाई की गई। देखने को मिला है कि करवले गांव में खुलेआम राजनीतिक पार्टियां और सरकारी अधिकारियों के आर्शिवाद से जींस वॉश कंपनी वाले अपना कारोबार चला रहे है। कई लोगों ने सरकारी जमीनों पर भी अवैध कब्जा कर रखा है। 

    वालधुनी नदी का पानी हो रहा प्रदूषित 

    गौरतलब है कि इन जींस वॉश कंपनियों से रसायन युक्त निकलने वाला पानी मिला पानी वालधुनी नदी, नालों और खेतों में छोड़ा जा रहा है, जिससे यहां का पानी प्रदूषित हो रहा है। इससे पूर्व उल्हासनगर में लगभग 550 जींस वॉश के यूनिट चलते थे। वालधुनी नदी को प्रदूषित बनने के सबब बने यह कारोबार को वनशक्ति नामक एक एनजीओ द्वारा की गई पहल के कारण महानगरपालिका और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उक्त कारखाने वर्ष 2017 में बंद करा दिए गए है। अब यह कंपनियां आनंदनगर एमआईडीसी के पास, विकास पेट्रोल पंप के सामने, लोकनगरी, दीपकनगर, शिवाजीनगर, मोरिवली एमआईडीसी, बारकू पाड़ा, बुवापाड़ा, करवले गांव और अन्य परिसर में चलाई जा रही है।  इनके बारे में यह भी शिकायतें है कि यह अपने मजदूरों के लिए सेफ्टी नियमों का उल्लंघन करते है। 

    लाइट, पानी कनेक्शन कट करके कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही

    अंबरनाथ नगरपालिका स्वास्थ्य विभाग और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग को भी इसकी खबर है, लेकिन यह सरकारी अधिकारी आकर और मालिक से जो सभी राजनीतिक दलों से है। उनके साथ मिलीभगत कर अपनी जेब गर्म करके चले जाते है। इन जींस कंपनियों के कारण आस पास एसीड की बदबू फैली रहती है जो आम आदमी की सेहत के लिए हानिकारक है। उल्हासनगर में कारखाने बंद किए जाने के बाद इस कारोबार से जुड़े लोगों ने अंबरनाथ, भिवंडी, डोंबिवली, कल्याण ग्रामीण हल्कों में वहां के दबंगी लोगों को साथ लेकर अपना कारोबार शुरू कर रखा है। जानकारी यह भी है कि उल्हासनगर से अंबरनाथ सबसे पास में होने के कारण ज्यादातर कारखाने अंबरनाथ में ही जाकर बस गए है। वहां जींस का कारोबार कुछ नेताओं के आशीर्वाद से धड़ल्ले से चल रहा है। इन सब पर भी उल्हासनगर की तरह लाइट, पानी कनेक्शन कट करके कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।