MMRDA, water supply, Surya project, Vasai-Virar
फ़ाइल फोटो

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  • सूर्या प्रोजेक्ट के तहत छोड़ा गया 185 मिलियन लीटर पानी
  • मुख्यमंत्री ने दिया था पानी छोड़ने का आदेश

प्रिया पांडे@नवभारत
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश के बाद मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने दिवाली के पावन अवसर (11 नवंबर 2023) से सूर्या प्रोजेक्ट (Surya project) के पहले चरण के तहत वसई-विरार को प्रतिदिन 185 मिलियन लीटर पानी छोड़ना (Water supply) शुरू (Start) कर दिया है। जिससे वसई-विरार की पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन अब भी लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। मिली जानकारी के अनुसार एमएमआरडीए की तरफ से पानी छोड़ा जा रहा है पर वसई-विरार महानगरपालिका इसे लोगों तक पहुंचाने में असफल साबित हो रही है। सूत्रों ने बताया कि वसई-विरार महानगरपालिका के पास लोगों के घर तक पानी पहुंचाने का सिस्टम अब तक तैयार नहीं है। साथ ही इस पानी के पहुंचने से कई लोगों का बिज़नेस पर भी असर पडेगा। इस वजह से देरी हो रही है। बता दें कि वसई-विरार और मीरा-भायंदर क्षेत्रों में पानी की गंभीर समस्या है और इसी समस्या को हल करने के लिए सूर्या प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी। 

2017 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट
सूर्या वाटर प्रोजेक्ट की लागत 1325.78 करोड़ रुपये की है। यह प्रोजेक्ट 2017 में शुरू किया गया था। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर वसई-विरार को प्रति दिन 185 मिलियन लीटर और मीरा-भायंदर को प्रति दिन 218 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाएगी। इस हिसाब से कुल 403 एमएलडी पानी छोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट का पहला चरण जून 2023 में पूरा हो चुका था। लेकिन उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री का समय नहीं मिलने के कारण प्रोजेक्ट अटका रहा। इसी को लेकर सितंबर में यूबीटी शिवसेना की तरफ से आंदोलन भी किया गया था।  उनका कहना था कि मौजूदा सरकार सूर्या प्रोजेक्ट को चुनाव का मुद्दा बना रही है। इस आंदोलन के बाद एमएमआरडीए ने आश्वासन दिया था कि नवरात्रि के पहले पानी दिया जाएगा। फिलहाल टनल की साफ़-सफाई का काम जारी है। इसके बाद फिर मनसे द्वारा भी आवाज उठाई गई थी। 

मनपा ने बताया क्यों नहीं छोड़ा जा रहा पानी 
वसई विरार मनपा जलापूर्ति विभाग की तरफ से कहा गया है कि एमएमआरडीए ने सूर्या प्रोजेक्ट के पहले चरण के ट्रायल के लिए पानी छोड़ा है, जिसके ट्रायल का काम चल रहा है और इस वजह से हम लोगों के घरों तक पानी नहीं छोड़ रहे है

नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने नवभारत को बताया कि एमएमआरडीए ने करीब 7 जोन को पानी देना शुरू कर दिया है। पानी पहुंचने के बाद वसई- विरार महानगरपालिका को सिस्टम चेक कर के पानी लेना होता है, जिस सिस्टम से लोगों के घर तक पानी पहुंचता है। अब उनके हाथ में है कि वे लोग कब पानी देना शुरू करते है। 

लागत 1325.78

  • वसई- विरार और मीरा भायंदर को मिलेगा कुल 403 एमएलडी पानी
  • पहला चरण – वसई  – विरार -शुरू- 185 एमएलडी
  • दूसरा चरण – मीरा भायंदर- 2024 अनुमानित- 218 एमएलडी