नवी मुंबई के एपीएमसी में 1 रुपये किलो बिका प्याज, नहीं मिल रहे खरीदार

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     राजीत यादव

    नवी मुंबई : विगत माह हुई बेमौसम (Unseasonal) बारिश (Rain) की मार प्याज (Onion) की फसल (Crop) पर  पड़ी है। इस बारिश की वजह से नए प्याज को क्षति पहुंची है। जिसकी वजह से थोक में इसे खरीदने वाले ग्राहक नहीं मिल रहे है। ग्राहकों के इस तरह से मुंह मोड़ने की वजह से थोक में नए प्याज को न्यूनतम 1 रुपए किलो और अधिकतम 23 रुपए किलो का दाम मिल रहा है। वहीं पुराने प्याज की मांग अब भी बरकरार है, जिसके चलते थोक में इसे 4 से 34 रुपए किलो का दाम मिल रहा है

    गौरतलब है कि वाशी स्थित एपीएमसी की आलू-प्याज की मंडी में महाराष्ट्र और गुजरात से प्याज की आवक हो रही है। वाशी की मंडी में इन दोनों जिले से लगभग 26 हजार बोरी प्याज की आवक हो रही है, जिसमें नए और पुराने प्याज का समावेश है। बताया जाता है कि जहां नए प्याज पर बेमौसम बारिश की मार पड़ने के किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है, वहीं गोदाम और कोल्ड में लंबे समय से रखा पुराना प्याज भी खराब होने लगा है, जिसकी वजह से कम गुणवत्ता वाले नए और पुराने प्याज को थोक में खरीददार नहीं मिल रहे हैं। इस वजह से प्याज का दाम अपने न्यूनतम स्तर पर आ गया है।

    कम गुणवत्ता का प्याज फेंकने की नौबत

    वाशी स्थित आलू-प्याज की मंडी में थोक में कारोबार कर रहे मनोहर तोतलानी ने enavabharat. com को बताया कि मौजूदा समय में मंडी में निर्यात करने योग्य नए प्याज को थोक में 20 से 23 रुपए किलो का दाम मिल रहा है। जबकि इसी गुणवत्ता वाले पुराने प्याज को 32 से 34 रुपए किलो बेचा जा रहा है। वीआईपी दर्ज वाले नए प्याज को थोक में 14 से 19 रुपए किलो बेचा जा रहा है, वहीं इसी दर्जे के पुराने प्याज को थोक में 25 से 31 रुपए किलो का दाम मिल रहा है। इससे कम गुणवत्ता वाले नए प्याज को थोक में 5 से 16 रुपए किलो बेचा जा रहा है, जबकि इसीWकक श्रेणी का पुराना प्याज 5 से 24 रुपए किलो बिक रहा है।

    सरकारी और विदेशी प्याज भी हुई सस्ता

    गौरतलब है कि सितंबर 2021 के दौरान प्याज का दाम बढ़ने लगा था, जिसे देखते हुए मुनाफा कमाने के इरादे से नवी मुंबई के कुछ व्यापारियों ने इजिप्ट, ईरान और तुर्की से प्याज का आयात किया था, जिसे शुरुआती दौर में देशी प्याज के बराबर दमाम मिले, लेकिन इसके बाद ग्राहकों ने विदेशी प्याज से मुंह मोड़ना शुरू किया। जिसके चलते विदेशी प्याज के दाम में भारी गिरावट आई है, जिसे आयात करने वाले व्यापारियों को इससे काफी नुकसान हो रहा है। मौजूदा समय में इजिप्ट और ईरान के प्याज को थोक में 18 से 20 रुपए किलो का दाम मिल रहा है। वहीं नाफेड द्वारा भेजा जा रहा प्याज भी अब सस्ता हो गया है। थोक में इसे 5 से 10 रुपए किलो का दाम मिल रहा है।

    थोक में सस्ता हुआ आलू और लहसुन

    प्याज की तरह ही आलू और लहसुन के दाम में भी भारी गिरावट आई है। पहले थोक में 10 से 25 रुपए किलो में बिकने वाली को अब थोक में 4 से 13 रुपए किलो का दाम मिल रहा है। जबकि वेफर्स बनाने के काम में आने वाली आलू थोक में 26 से 28 रुपए किलो बिक रही है। इसी तरह लहसुन भी अब सस्ता हो गया है। पहले 50 से 80 रुपए किलो बिकने वाला देशी लहसुन अब 20 से 55 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि पहले 80 से 100 रुपए किलो बिकने वाले ऊटी के लहसुन को अब 25 से 80 रुपए किलो का दाम मिल रहा है।