कल्याण: कल्याण-डोंबिवली एमआईडीसी आवासीय क्षेत्र (Kalyan-Dombivli MIDC Residential Area) में पक्की सड़क का काम जोरों पर चल रहा है। कहा गया कि रिहायशी इलाकों की सभी सड़कों (Roads) को कांक्रीट (Concrete) का पक्का किया जाएगा। औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों में सड़कों के लिए 110 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। एमएमआरडीए (MMRDA) द्वारा आवासीय क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। अब समझा जा रहा है कि रिहायशी इलाकों की कुछ सड़कों का ही कांक्रीटीकरण किया जाएगा। इससे यहां के नागरिकों में आक्रोश के साथ ही भ्रम की स्थिति पैदा हो गई हैं।
सभी क्षेत्रवासियों की मांग है कि महत्वपूर्ण मॉडल कॉलेज परिसर, सब्जी गली और सर्विस रोड का काम कांक्रीट का पक्का किया जाएं, लेकिन पिछले दो दिनों से भाजी गली रोड का डामरीकरण शुरू कर दिया गया है। इस सड़क पर बिना खोदे ही डामर की परत बिछाई जा रही है। इसलिए जो डामर की सड़कें बनाई जा रही हैं। वे खराब गुणवत्ता वाली डामर की होने की बात की जा रही है। स्थानीय नागरिकों का मानना हैं कि आगामी बारिश में मरम्मत की जा रही सड़क खराब हो जाएगी। इसलिए यहां के निवासी सड़क के इस तरह के डामरीकरण के खिलाफ हैं।
…तो हमारे साथ अलग व्यवहार क्यों
उस क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि मॉडल कॉलेज, भाजी गली के क्षेत्र में सड़कों का कांक्रीटीकरण किया जाना चाहिए, क्योंकि इस सड़क पर ट्रैफिक बहुत है। तो कुछ खास सड़कों को ही क्यों डामरीकरण का बनाया जा रहा है। जब हम यहां के नागरिक महानगरपालिका का सारा टैक्स भर रहे हैं तो हमारे साथ अलग व्यवहार क्यों?
लोगों के घरों में आ सकता है बारिश का पानी
जैसे-जैसे बारिश का मौसम आ रहा है, निवासी सोच रहे हैं कि पक्की सड़कों का आंशिक काम पूरा होगा या नहीं। कंक्रीटिंग के कारण सड़कें ऊंची हो गई हैं और कुछ जगहों पर सड़क का काम शुरू ही नहीं हुआ है। जिसके परिणामस्वरूप ऊंचे, गहरे क्षेत्र बन गए हैं। कुछ इमारतों, बंगलों, दुकानों के भूतल पक्की सड़कों से काफी नीचे हैं। इसमें कई बरसाती नाले बंद हैं। पिछले साल जो सीवर और नाले बने थे वे अधूरे हैं या कई जगहों पर नहीं बने हैं। इसलिए ऐसा लगता है कि आने वाले मानसून के मौसम में आवासीय क्षेत्र निश्चित रूप से पानी में डूब जाएंगे। सड़क निर्माण के दौरान भूमिगत बिजली लाइनों, पानी की पाइपलाइनों और बड़े पेड़ों के तने और जड़ों को नुकसान के कारण बारिश के मौसम में नागरिकों को भारी नुकसान हो सकता हैं। इसलिए यहां के सभी रहवासियों की मांग है कि प्रशासन समय रहते सावधानी बरतें, अन्यथा प्रशासन को शहरवासियों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा इसमें कोई संदेह नहीं है।