नवी मुंबई. उरण (Uran) स्थित खोपटागांव (Khopatgaon) और जेएनपीटी (JNPT) के क्षेत्र को जोड़ने के लिए खोपटा गांव के पास खाड़ी पर बने पूल पर से प्रतिबंध (Ban) के बावजूद भारी वाहनों (Heavy Vehicles) का आवागमन जारी है। जिसकी वजह से यह पूल कभी भी धराशाई हो सकता है। इस तरह की संभावना उरण और खोपटागांव के लोगों के द्वारा व्यक्त की जा रही है।
गौरतलब है कि उरण में जेएनपीटी बंदरगाह के अस्तीत्व में आने से पहले ही खोपटागांव और जेएनपीटी को जोड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने साल 1984 में खोपटागांव के पास खाडी पर पूल का निर्माण करवाया था। जिस पर से हर तरह की वाहनों का आवागमन हो रहा था, लेकिन विगत कुछ साल इस 37 साल पुराने पूल के पीलर की बैरिंग के घिसने का मामला सामने आने के बाद राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग के द्वारा इस पूल पर से भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद इस पूल पर से भारी वाहनों का अवैध रुप से आवागमन जारी है। जिसकी वजह से यह पूल कभी भी धराशाई हो सकता है। इस तरह की संभावना बनी हुई है।
यातायात नियंत्रण पुलिस को उठाना चाहिए कदम
खोपटा पूल से भारी वाहनों के गुजने के बारे में जब उरण विभाग के सार्वजनिक निर्माण विभाग के उपअभियंता अमोल बल्की से मीडिया के लोगों ने पूछा तब उन्होंने कहा कि इस पूल की मरम्मत के बारे में विगत वर्ष योजना बनाई गई थी, लेकिन किसी कारण से उक्त काम नहीं हो पाया। इस पूल पर से भारी वाहनों के गुजरने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बाद भी यदि नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। तो इस मामले में पुलिस के यातायात नियंत्रण विभाग को इसके बारे में दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए।