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अंबरनाथ: अंबरनाथ, बदलापुर, वांगणी सहित ग्रामीण हल्कों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने ईद- उल -अजहा अर्थात बकरीद का त्यौहार पारंपारिक रूप से मनाया। मस्जिदों में नमाजियों ने देश की प्रगति व शहर की खुशहाली की दुआएं मांगी। विगत तीन दिनों से जारी भारी बरसात होने के कारण इस बार ईदगाह के बजाए शहर की विविध मस्जिदों, मदरसों, खानकाओं में नमाजे अता की गई। 

अल्पसंख्यक समाज की सेंकडों महिलाओं ने नमाज पढ़ी

स्थानीय खूंटवली स्थित शहर की सबसे पुरानी जामा मस्जिद, कैलाश नगर की  मदीना मस्जिद, विमको नाका की रज़ा मस्जिद, कोहोजगांव स्थित हजरत गैबनशाह वली की दरगाह मस्जिद, जूना भिंडी पाड़ा स्थित मदरसा नुरुल इस्लाम में तीन तीन जमात के माध्यम से समाज बंधुओं में नमाज पढ़ी वही अहले हदीस के अनुयायियों की मदरसा अददारुल सल्फ़िया तालीमुल कुरान की तरफ से स्थानीय महात्मा गांधी विद्यालय के हॉल में नमाज का इंतजाम किया था। तालुकदार होसिलदार, मोहम्मद उमर, इकरामुद्दीन रहमानी के मुताबिक पुरुषों के साथ पर्दे के इंतजाम के बीच अल्पसंख्यक समाज की सेंकडों महिलाओं ने नमाज पढ़ी। 

अंबरनाथ मुस्लिम जमात के सदर हाजी सलीम चौधरी, कार्याध्यक्ष आरिफ काजी, ट्रस्टी यूसुफ शेख, चांद शेख, रईस खान, शौकत अली शेख ने बताया कि जमात की मस्जिदों में 3 व 4 जमात के माध्यम से नमाज अता की गई। शहर में अनेक जगहो पर रहने वाले लोगों ने बकरों की कुर्बानी की, शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नमाज स्थल पर पुलिस का पर्याप्त बंदोबस्त किया गया था।