वर्धा. महात्मा गांधी व विनोबा भावे के करकमलों से पुनित वर्धा जिले में पिछले कुछ महीनों से महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं काफी बढ़ रही है़ जुलाई माह में जिले में अत्याचार की 7 घटनाएं सामने आयी है़ कुछ ऐसे प्रकरण भी हैं, जिससे खून के रिश्तों के साथ साथ इन्सानियत भी शर्मसार हो गई है़ नाबालिगों पर बढ़ते अत्याचार के कारण बच्चों को लेकर पालकों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है.
बता दें कि जिले में पिछले कुछ महीनो से आये दिन महिला व युवतियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ रही है़ सख्त कार्रवाई न होने के कारण असामाजिक तत्वों के हौसले अधिक बुलंद होते जा रहे है़ शहर के स्कूल, कालेजो के सामने मनचले युवक प्रतिदिन अपना डेरा डाले रहते है़ं इस ओर पुलिस विभाग को गंभीरता से ध्यान देना जरूरी हो गया है.
3 प्रकरणों में पीड़िता को गर्भवती किया गया
जिले में जुलाई माह में महिला अत्याचार की आहत करने वाली घटनाएं सामने आयी है़ इसमें वर्धा शहर थाना क्षेत्र में बहन-भाई के रिश्ते को कालीख पोतने वाली घटनाएं उजागर हुई है़ इसमें पीड़िता पांच माह की गर्भवती रहने की बात सामने आयी़ जुलाई में अत्याचार के 7 प्रकरणों में से 5 प्रकरण में पीड़ित यह नाबालिग होने की बात सामने आयी है़ इसमें भी 3 प्रकरण में पीड़िता यह गर्भवती रही है़ इस बीच एक प्रकरण में गर्भवती पीड़िता की प्रसूति के दौरान अस्पताल में मौत होने की बात सामने आयी़ इन सभी घटनाओं से समाज सुन्न हो गया है.
बेटियों को लेकर अभिभावकों की चिंता बढ़ी
यही नहीं तो आये दिन छोटी बच्चियों के साथ भी अश्लील बर्ताव की घटनाएं प्रकाश में आ रही है. परिणामवश बेटियां स्कूलों से वापस घर लौटने तक अभिभावक चिंता में डूबे रहते है़ं इन सभी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पालकों ने भी बच्चों की ओर विशेष ध्यान देना जरूरी हो गया है़ गांव से शहर में पढ़ने के लिए आने वाले विद्यार्थियों पर उनके पालकों द्वारा विशेष ध्यान देना जरूरी हो गया है़ दूसरी ओर कुछ घटनाएं ऐसी भी हैं, जिसमें पीड़िता को नजदिकी व्यक्ति ने ही अपनी हवस का शिकार बनाया है़ अत्याचार की बढ़ती घटनाएं सभी के लिए चिंता का विषय बन गई है.