
- मात्र 5 डिपो से दौड़ रही 90 बसें
- ग्रामीण क्षेत्र में यात्रियों के बेहाल
वर्धा. पिछले चार महीनों से जिले में एसटी महामंडल के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है़ं अब तक हड़ताल की समस्या का हल नहीं निकल पाया है. सरकार के अल्टीमेटम के बावजूद भी जिले में 70 प्रश कर्मी हड़ताल पर डटे हुए है़ं वर्तमान में 5 डिपो से केवल 90 बसें दौड़ रही है, जबकि 134 एसटी बसों के पहिए थमे हुए है़.
ग्रामीण क्षेत्र में एसटी बसें न पहुंचने से यात्रियों के बेहाल हो रहे है़ं एसटी महामंडल का राज्य सरकार में विलय करने की मांग को लेकर हड़ताल चल रही है़ इस संबंध में न्यायालयीन लड़ाई भी शुरू है़ ऐसे में राज्य सरकार ने वेतन से संबंधित मांगें मान्य कर ली है़ बावजूद इसके कर्मचारी अपनी मुख्य मांग पर अड़े हुए है.
आज भी 70 प्रश कर्मचारी नहीं लौटे
जिले में 28 अक्टूबर 2021 से यह आंदोलन शुरू हुआ़ इस दौरान सरकार के अल्टीमेटम के बाद एक एक कर कुछ कर्मी काम पर लौटे है़ं परंतु आज भी अधिकांश कर्मचारी काम पर न लौटने से एसटी बसों की सेवा पटरी पर नहीं लौट पाई है़ हड़ताल के बाद से तीन महीनों में एसटी महामंडल को करोड़ों रुपए की आय का नुकसान उठाना पड़ा. पिछले कुछ दिनों से ठेका कर्मी व वापस लौटे कुछ कर्मियों के भरोसे एसटी सेवा शुरू है़ इससे थोड़ी बहुत आय रापनि को मिल रही़ परंतु आज भी 70 प्रतिशत कर्मी काम पर नहीं पहुंचे है.
मात्र 5 से 6 लाख रुपए तक हो रही आय
जिले में कुल एसटी बसें 224 है़ं इनमें से केवल 90 बसें दौड़ रही है़ वहीं 135 एसटी बसों के पहिए थमे है़ं परिणामवश इनके मेंटेनंस का खर्च भी बढ़ रहा है़ अगर ऐसा ही रहा तो एसटी महामंडल की स्थिति आमदनी अठ्ठनी खर्चा रुपया जैसी हो जाएगी़ पांच डिपो से जो बसें दौड़ रही है, उनसे उम्मीद के अनुसार आय प्राप्त नहीं हो रही है. पहले पांचों डिपो से एसटी महामंडल को प्रतिदिन 20 से 21 लाख रुपए आय मिलती थी, जो वर्तमान में केवल 5 से 6 लाख रुपए ही हो रही है.
215 एसटी कर्मचारी ड्यूटी पर कार्यरत
जिले में वर्तमान में 215 एसटी कर्मी सेवा दे रहे है़ं इसमें हड़ताल से लौटे 68 चालक 97 वाहनों का समावेश है़ वहीं राज्य सरकार के निर्देश पर एसटी महामंडल ने ठेका पध्दति पर 50 चालक नियुक्त किए है़ वहीं डेली वेजेस पर कार्यरत जो कर्मी हड़ताल पर गए उन्हें सेवा समाप्ति के नोटिस दिये गए है़.
796 कर्मी हड़ताल पर अब भी डटे हैं
दूसरी ओर एसटी महामंडल में कार्यरत करिब 459 नियमित चालक तथा 337 वाहक सहित कुल 796 कर्मचारी आज भी हड़ताल पर बताये गए है़ करिब 70 प्रश कर्मी काम पर नहीं लौटे है़ इससे पूर्ण क्षमता से एसटी बसें से शुरू नहीं हो पा रही है़ ऐसे में सर्वाधिक हाल ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों के हो रहे है.