वर्धा. जिले की आंगनवाड़ी कर्मचारियों की प्रलंबित मांगों को लेकर आयटक आंगनवाड़ी, बालवाड़ी कर्मचारी यूनियन की ओर से जिला परिषद पर आक्रोश आंदोलन किया गया़ इस दौरान कर्मचारियों ने पोषण आहार कार्यक्रम अधिकारी को निकृष्ट पोषण आहार भेंट देकर आरती उतारते हुए अपनी मांगों की अरे ध्यान खींचा़ कर्मचारियों के नारों से जिप इमारत परिसर गूंज उठा था़
आंगनवाड़ी कर्मचारियों को बच्चों को सिखाने दें. किराना दूकानदार बनाकर न रखें. आहार पकाने के लिए आंगनवाड़ी कर्मचारी तैयार हैं, लेकिन ईंधन व अन्य सामग्री उपलब्ध करें. आहार पकाने के लिए कर्मचारियों को सख्ती अन्यायकारक है, जिसे दूर करें. 5 जुलाई 2018 को केंद्र सरकार के आदेश तथा आयुक्त के 7 जुलाई 2018 के परिपत्रक पर अमल नहीं किया है, जिस पर स्पष्टीकरण दिया जाए.
उसी प्रकार सुबह 9.30 बजे आंगनवाड़ी में मदतनीसों को सेल्फी निकालने, 10 बजे सेविका मदतनीस को सेल्फी, 11 बजे बच्चों के नाश्ते की सेल्फी, पूरक पोषण आहार खाते समय सेल्फी, 2.30 बजे आंगनवड़ी बंद करते हुए सेल्फी निकालकर पर्यवेक्षिका अथवा बीट ग्रुप पर भेजने संबंधित सरकारी निर्णय जारी करें आदि मांगों की ओर कर्मचारियों ने ध्यानाकर्षण किया.
जिलाधिकारी, मुकाअ से मिला शिष्टमंडल
डा़ बाबासाहब आंबेडकर चौक से कर्मचारियों का मोर्चा दोपहर जिला परिषद पर पहुंचा़ जहां पोषण आहार अधिकारी को निकृष्ट पोषण आहार भेंट देकर आरती उतारी गई़ तत्पश्चात जिप के समक्ष आक्रोश आंदोलन किया गया़ शिष्टमंडल ने राज्य कार्याध्यक्ष दिलीप उटाणे के नेतृत्व में जिलाधिकारी राहुल कर्डिले, जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन ओंबासे से भेंट लेकर समस्याओं पर चर्चा की़ मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को मांग का निवेदन सौंपा गया.
आंदोलन में विजया पावडे, वंदना कोलनकर, ज्ञानेश्वरी डंभारे, मंगला इंगोले, मैना उईके, अल्का भानसे, शबाना खान, सुलभा तिरभाने, मीना ढोके, हिरा बावने, रेखा काचोले, सुनीता टिपले, वंदना रेवतकर, हिरा बावने, माला कुतरमारे, सुरेखा रोहनकर, रंजता तांबेकर, ज्योति फुलझले, इरफाना पठाण, पार्बता जूनघरे, मुक्ता खंडाते, सीम गढिया, प्रज्ञा नाईक आदि ने किया.
आहार के लिए ईंधन व सामग्री उपलब्ध कराएं
आहार बनाने के लिए आंगनवाड़ी कर्मचारी तैयार हैं, लेकिन ईंधन व सामग्री उपलब्ध कराएं. अगर व्यवस्था नहीं करते हैं, तो आहार बनाने के लिए सख्ती ना करें, 5 जुलाई 2018 को केंद्र सरकार के आदेश तथा आयुक्त के 7 जुलाई 2018 परिपत्रक पर अमल क्यों नहीं किया गया, जिस पर स्पष्टीकरण दें. कुछ प्रकल्प आंगनवाड़ी कर्मचारियों को पिछले 4 वर्ष से यात्रा का भत्ता प्रलंबित है.
वह नहीं देने के लिए कोताही बरतने वाले अधिकारी पर कार्रवाई करें, प्रतिदिन 9.30 आंगनवाड़ी मतदनीस को सेल्फी निकालना, 10 बजे सेविका मतदनीस ने सेल्फी, 11 बजे बच्चों की नाश्ता करने की सेल्फी, पुरक पोषण आहार संबंधित सेल्फी, 2.30 बजे आंगनवाडी बंद करते समय सेल्फी न निकालकर पर्यवेक्षिका को बिट गृप पर भेजा जाए, इस बारें में सरकारी निर्णय दे, आदि विभिन्न मांगे की गई है.