वर्धा. शीतलहर व बेमौसम बारिश, बदरीले मौसम से संक्रामण बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. वहीं रबी फसलों को भी हानि पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. बीते पांच दिनों से परिसर शीतलहर की चपेट में है. सुबह से लेकर शाम तक आसमान बादलों से ढंका रहने और सर्द हवाएं चलने से छोटे से लेकर बुजुर्ग तक के सभी लोग विविध प्रकार की संक्रमण बीमारियों की चपेट में आने लगे है.
हर घर में दो से अधिक लोग बीमार होने की संभावना है. अनेकों लोग सरकारी व निजी चिकित्सालयों में कोई न कोई संक्रमण बीमारी का इलाज करवा रहे हैं. कोहरे से गेहूं, चने पर भी खतरे का साया मंडराने लगा है.
हरी सब्जियों की उपज पर साइड इफेक्ट
हरी सब्जियों की पैदावर पर भी इस कोहरे का साइड इफेक्ट कम उपज के रूप में देखने को मिल सकता है. इस तरह की आशंका अन्नदाताओं ने जताई है. बीते एक माह के भीतर तीन से अधिक बार इस तरह से मौसम अनुकूल होने के कारण बीमारियों का ग्राफ बढ़ा है. वहीं वर्तमान में संक्रमण बीमारियां बढ़ने से सामान्यजनों में कोरोना के खतरे की दहशत भी निर्माण होने लगी है.