
- बोरखेड़ी गांव की घटना, बिना पंचनामा शव को किया दफन
आष्टी शहीद (सं). तहसील के बोरखेड़ी स्थित जिप स्कूल समीप जंगल से पानी की खोज में आयी नीलगाय की गांव में घुसते ही अचानक मौत हो गई. घटना बोरखेड़ी गांव में घटी. इस घटना के बाद वनविभाग के कर्मियों ने पंचनामा व उत्तरीय जांच न करते हुए सीधे नीलगाय को दफनाने से अनेक सवाल निर्माण हो रहे हैं.
जंगलव्याप्त बोरखेड़ी में आज भी पानी की समस्या है. जंगली जानवर पानी की खोज में गांव में आते हैं. आठ दिनों के पूर्व पानी की खोज में गांव में घुसी नीलगाय को श्वानों ने घायल किया था. वनविभाग के कर्मचारी समय पर नहीं पहुंचने से घायल नीलगाय को ग्रामीणों ने ही जंगल छोड़ दिया. घटना को आठ दिन हुए नहीं कि फिर 24 जून को शाम के समय गांव में घुसते ही उसकी मौत हो गई. घटना की जानकारी वनविभाग को दी गई.
वनविभाग के कर्मचारियों ने पंचनामा व उत्तरीय जांच न करते हुए नीलगाय को जमीन में दफन करने का निर्णय लिया. गांव के कुछ नागरिकों की मदद से स्कूल से कुछ दूरी पर खुली जगह पर गड्ढा कर दफनाया गया. वनविभाग को इसकी जानकारी होने के बाद भी कोई भी जिम्मेदार अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा. जिससे अब चर्चा का माहौल गर्म है. नीलगाय की मौत के बाद पशुवैद्यकीय अधिकारी को बुलाना जरूरी था. नीलगाय की मौत का कारण क्या? इसकी जांच करने की मांग हो रही है.