Scam
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    वर्धा. समुद्रपुर पंस में घटित घोटाला मामला एक करोड़ रुपए के ऊपर होने की जानकारी मिली है. घोटाले में वरिष्ठ अधिकारी के साथ ही अन्य कर्मी शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है. उक्त घोटाले की विस्तृत जांच होने पर गड़बड़ी का पूरा मामला सामने आ सकता है. समुद्रपुर पंचायत समिति घोटालों के नाम से सुर्खियों में रही है. कुछ वर्ष पूर्व लेखा विभाग के सुयोग ठाकरे कर्मी ने बड़ा घोटाला किया था.

    शिक्षक व कर्मियों की राशि गबन करने का मामला सामने आया था. इसके बाद कुछ माह तक समुद्रपुर पंस में वातावरण शांत रहा. परंतु फिर से यही वाकया फिर दोहराने लगा है. बीते कुछ माह में सेवानिवृत्त हुए शिक्षक व कर्मियों की राशि उनके खाते में न जमा करते हुए दूसरा खाता खोल राशि का गबन किया गया था.

    बैंक से जानकारी के बाद स्थिति होगी स्पष्ट

    कुछ कर्मचारियों का निधन होने के कारण नियम के अनुसार उसकी राशि उसके वारिस के खाते में जमा होना आवश्यक था. किंतु ऐसा न करते हुए कर्मियों ने बैंक में जाली खाता खोलकर उस खाते में राशि जमा करने का कारनामा किया था. वित्त विभाग की जांच में अनेक गड़बड़ी सामने आयी है. विभाग की जांच में यह घोटाला एक करोड़ से अधिक होने का अंदेशा है. परिणामवश बैंक से जानकारी मांगी गई है. बैंक से जानकारी मिलने के बाद पूरा प्रकरण स्पष्ट होगा.

    सीईओं ने प्रकरण की मांगी जल्द रिपोर्ट

    पंस में घटित घोटाले के संदर्भ में जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. सचिन ओम्बासे से वित्त विभाग की टीम को जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिये कहा है. पंस में किस व्यवहार में गड़बड़ी हुई है. तथा कितनी चपत लगाई गई है. इसका पूरा ब्यौरा मांगा गया है. यह रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद घोटाले की गंभीरता सामने आ सकती है.

    लेखा विभाग के कर्मी संदेह के घेरे में

    पंस में घटित घोटाला मामले में लेखा विभाग के कर्मी के साथ अधिकारी भी संदेह के घेरे में आ गए हैं. जानकारी के अनुसार यह घोटाला बीते दो से तीन वर्षों से चल रहा था. परिणामवश इस कार्यकाल के दौरान लेखा विभाग में काम करने वाले कर्मियों की पूछताछ होने वाली है. लेखा विभाग का एक कर्मी सात माह पूर्व सेवानिवृत्त हुआ है. उन पर भी गाज गिरने की संभावना है.