वर्धा. सेवानिवृत्ति का बिल निकालने के लिए दस हजार रुपयों की रिश्वत स्वीकारते जलसंपदा विभाग के वरिष्ठ लिपिक को रंगेहाथ पकड़ा गया़ उक्त कार्रवाई को एन्टी करप्शन ब्यूरो वर्धा की टीम ने अंजाम देते ही खलबली मच गई़ आरोपी शांतिनगर रोड सिंदी मेघे निवासी जुगलकिशोर अलकनारायण बाजपेयी (51) बताया गया.
पवनार निवासी शिकायतकर्ता 31 जनवरी 2020 को जलसंपदा विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे़ निवृत्ति वेतन की सेवापुस्तिका में बाजपेयी ने खामियां निकाली थी़ इसमें सुधार करके बेसिक वेतन में अंतर दिखाकर बिल मंजूर करने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी़ पश्चात दस हजार रुपये में बात पक्की हुई.
इस संबंध में पीड़ित ने एसीबी वर्धा कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी थी़ 9 जून को घर पर ही रिश्वत की राशि स्वीकारते हुए जुगल बाजपेयी को रंगेहाथ एसीबी ने धरदबोचा़ उक्त कार्रवाई से जलसंपदा विभाग में हड़कम्प मच गया.
उक्त कार्रवाई को नागपुर एसीबी के पुलिस अधीक्षक राहुल माकणीकर, रिडर पुलिस उपअधीक्षक महेश चाटे, वर्धा के पुलिस उपअधीक्षक अभय आष्टेकर के मार्गदर्शन में कर्मी रवींद्र बावनेर, संतोष बावनकुले, विनोद धोगडे, प्रदिप कुचनकर, प्रशांत मानमोडे, स्मिता भगत ने अंजाम दिया.