Water Crisis
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  • पिपरी-मेघे प्लस-13 का लाभ  
  • प्रति व्यक्ति 170 एमएलडी पानी 
  • योजना 2009 में की कार्यान्वित

वर्धा. शहर से सटे गांवों के लिये पिपरी-मेघे प्लस-13 प्रादेशिक जलापूर्ति योजना कार्यान्वित की गई है़ इसके तहत 11 ग्रापं के अंतर्गत 14 गांवों में कुल 19,816 नल कनेक्शनधारक है़  गर्मी के दिनों में पानी की कमी न खले इस दृष्टि से नियोजन तय किया जाता है़ उसी प्रकार मजीप्रा की ओर से संबंधित गांवों में 2 दिनों के अंतराल के बाद जलापूर्ति की जा रही है़ वर्तमान में धाम प्रकल्प में 32 प्रश जलभंडारण है़  इसे देखते हुए जुलाई के अंत तक पानी की कमी नहीं खलने की बात कही जा रही है.

वर्ष 2006 में उक्त प्रादेशिक जलापूर्ति योजना की पाइप लाइन बिछाई गई थी़  वहीं 2009 में यह योजना कार्यान्वित की गई़  शहर से सटे गांवों के लिये पिपरी-मेघे प्लस-13 प्रादेशिक योजना के तहत 11 ग्रापं के अंतर्गत 14 गांवों का समावेश किया गया़  पिछले 13 वर्षों से योजना के माध्यम से ग्रामीणों को पेयजल की आपूर्ति धाम प्रकल्प से की जा रही है.

मजीप्रा के अनुसार कुल 19,816 नल कनेक्शनधारक है़ 19,816 कनेक्शनधारक परिवारों को प्रतिदिन 18(एलएमडी) दस लाख लीटर तथा प्रतिव्यक्ति 170 लीटर पानी की दिया जाता है़  गर्मी के दिनों में धाम प्रकल्प से क्षेत्र के किसानों को रबी फसल के लिए भी जलापूर्ति होती है़ इसके अलावा वर्धा शहर सहित पिपरी मेघे प्रादेशिक योजना के तहत भी जलापूर्ति करनी होती है.

मानसून की लेटलतीफी ने बढ़ाई चिंता

इस बार जून के पहले सप्ताह में मानूसन के आगमन आसार जताये गए थे़ परंतु मौसम विभाग के अनुसार बारिश को पुन: देर होने से चिंता बढ़ गई है़ प्रकल्प के जलभंडारण में भी तेजी से कमी आ रही है़ इस स्थिति को देखते हुए जलकिल्लत पैदा न हो इसलिए मजीप्रा ने जुलाई के अंत तक 14 गांवों में दो दिन के अंतराल के बाद जलापूर्ति का नियोजन आंका है.

नई बिछाई जा रही नई पाइप लाइन

पुरानी पाइप लाइन जीर्ण होने से आये दिन लीकेज की समस्या आ रही है़ पहले ही दो दिन बाद नल आ रहे है़ं लीकेज से पुन: दो दिन के नल देरी से आते है़ं ग्रामीणों को कृत्रिम जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है़  लीकेज से जलापूर्ति सेवा बार-बार प्रभावित हो रही है़ येलाकेली स्थित केंद्र से हनुमान टेकड़ी तक साढ़े चार किमी की नई पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है़ जुनापानी चौराहे से कारला चौराहे तक केवल नौ सौ मीटर का काम शेष है़ उक्त काम पूर्ण होने पर लीकेज की समस्या से राहत मिलने की बात मजीप्रा ने कही है.