File Photo
File Photo

    Loading

    वर्धा. दो वर्ष बाद कोरोना संकट से काफी राहत मिली है़ ऐसे में अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन में इस बार खूब बैंड-बाजा बजेगा. इस साल जिले में बड़ी संख्या में शादियां होंगी़  इस बात से व्यापारी काफी उत्साहित हैं और शादी के सीजन में बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं. दूसरी ओर होली के बाद से स्थानीय बाजार में भी रौनक देखने मिल रही है.

    14 अप्रैल से 9 जुलाई तक शादी के शुभ मुहूर्तों की भरमार है. शादी सीजन को लेकर जिले में बड़ी संख्या में कार्यालयों की बुकिंग होने की जानकारी है़ इससे बाजार में करोड़ों के कारोबार की संभावना है. कोरोना काल के बाद ये व्यापारियों के लिए किसी गुड न्यूज से कम नहीं है, क्योंकि कोरोना काल में दो साल शादियों के सीजन में व्यापार मंदा रहा है.

    बाजार पूरी क्षमता से खुले

    व्यापारियों के अनुसार इस बार कोरोना संकट से काफी राहत मिली है़  बाजार भी पूरी क्षमता से खुल गए है़ं आगामी शादियों के सीजन में इसका लाभ मिलेगा़  केंद्र सरकार द्वारा कोरोना के पूरे प्रतिबंध हटने के बाद अब यह पहला मौका है, जब वर्धा सहित राज्य भर के व्यापारी कोरोना से हुए व्यापार के नुकसान की कुछ भरपाई होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. बीते दो वर्षों में शादियों के बेहद कम मुहूर्त के दिन होने तथा सरकार द्वारा लगाए कोरोना प्रतिबंधों के चलते शादियां बहुत ही छोटे स्तर पर व कम हुई थीं. 

    43 दिन शादियों का मुहूर्त

    अब लंबे समय के बाद शादियों के सीजन में मुहूर्त के अनुसार 43 दिन का इस बार शादियों का मुहूर्त आया है. सनातन धर्म में पुराणों के अनुसार, तारों की गणना के हिसाब से अप्रैल माह में 14 ,15 ,16, 17, 19, 20, 21, 22, 23, 24 एवं 27 अप्रैल, जबकि मई माह में शादियों की तारीख 2, 3, 9, 10, 11, 12, 15, 17, 19, 20, 21, 26, 27 एवं 31 मई और जून माह में 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 13, 17, 23, 24 जून एवं जुलाई में 4, 6, 7, 8 एवं 9 जुलाई तक मुहूर्त है. सनातन धर्म के अलावा आर्यसमाज, सिख समाज, पंजाबी बिरादरी, अन्य धर्मों सहित अनेक वर्ग हैं, जो मुहूर्त के बारे में विचार नहीं करते किंतु फिर भी इस सीजन में ही अन्य लोग भी शादी करेंगे.

    व्यापारियों ने की व्यापक तैयारियां

    इस बार शादियों के सीजन में अच्छे व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए जिले के व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां की हैं. होली पर हुए 25 प्रतिशत कारोबार वृद्धि से उपजे उत्साह को बाज़ारों में बरकरार रखने के सभी प्रबंध किये जा रहे हैं. प्रत्येक शादी का लगभग 20 प्रतिशत खर्च वधू पक्ष को जाता है, जबकि 80 प्रतिशत खर्च शादी को सम्पन्न कराने में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों को जाता है.

    होटल, सभागृह, लॉन हुए तैयार

    शादियों के लिए जिले के खुले लॉन, सभागृह, होटल एवं अन्य अनेक प्रकार के स्थान पूरी तरह तैयार दिखाई दें रहे हैं. प्रत्येक शादी में सामान की खरीदारी के अलावा अनेक प्रकार की सर्विस को भी बड़ा व्यापार मिलता हैं, जिसमें टेंट डेकोरेटर, फूल की सजावट करने वाले लोग, क्राकरी, कैटरिंग सर्विस, ट्रेवल सर्विस, स्वागत करने वाले प्रोफेशनल समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड-बाजा, शहनाई, आर्केस्ट्रा, डीजे, बारात के लिए घोड़े, बग्घी, लाइट वाले सहित अन्य अनेक प्रकार की सर्विस के इस बार बड़ा व्यापार करने की संभावना है. साथ ही इवेंट मैनजमेंट भी बड़े व्यापार के रूप में उभर रहा है.