- 150 दिन बाद भी हड़ताल जारी
यवतमाल. राज्य सड़क परिवहन निगम के आंदोलन को तोड़ने के लिए परिवहन निगम ने कर्मचारियों के निलंबन व स्थानांतरण जैसी कार्रवाई की है. अब अगर कर्मचारी 31 मार्च तक आवेदन करते हैं तो उसे वापस ले लिया जाएगा. 471 कर्मचारी बर्खास्त किए गए और 12 कर्मचारियों ने वापसी के लिए आवेदन किया.
परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम को पुनर्जीवित करने के लिए कर्मचारियों को काम पर आने का मौका दिया है. परिवहन मंत्री को विश्वास था कि यह अवसर सुनहरा होगा. वास्तव में, कर्मचारियों से प्रतिक्रिया प्राप्त करना मुश्किल हो गया है. 31 मार्च तक महज दो दिन बचे हैं. हालांकि अभी 12 आवेदन ही आए हैं.
अब तक 471 कर्मी बर्खास्त
परिवहन निगम ने सभी नौ डिपो से 471 वाहक और चालकों को बर्खास्त कर दिया है. इन कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने के लिए एक और मौका दिया जा रहा है. बर्खास्तगी रद्द करने के लिए 12 आवेदन आए है, सेवा समाप्ति और स्थानांतरण मामले में कुछ आवेदन प्राप्त हुए है.
डेडलाइन 31 मार्च, काम पर लौट आओ
पिछले 150 दिनों से हड़ताल पर चल रहे कर्मचारी अपने फैसले पर अड़े हैं. कर्मचारियों को इस फैसले से वापस लेने और 31 मार्च तक काम पर लौटने की सूचना की है, आवेदन करने पर विचार किया जाएगा. इस सुझाव को परिवहन निगम के कर्मचारियों ने गंभीरता से नहीं लिया. वे कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
अब पीछे मुड़ना नहीं है
विलय के मुद्दे पर कर्मचारी अपने फैसले पर अडे हुए है. 5 तारीख को इस वषिय पर क्या फैसला हो सकता है. इसका इंतजार सभी को है.
- अमोल लढी, कर्मचारी
सभी कर्मचारी कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद ही कर्मचारी आगे के फैसले लेंगे.
- पवन भारती, कर्मचारी