यवतमाल. कर्मचारियों को अभी तक कोरोना टीकाकरण, प्रोत्साहन भत्ता का भुगतान नहीं किया गया है. इससे कर्मचारियों में निराशा का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग से इस ओर ध्यान देने की मांग की गई है. प्रत्येक तहसील में कोविड-19 के निवारक उपायों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को विभिन्न टीकाकरण कोष वितरित किए गए हैं.
हालांकि जिस दिन टीकाकरण केंद्र पर टीका उपलब्ध है. उस दिन मानधन 500 रुपये, यात्रा भत्ता 200 रुपये मंजूर है. टीकाकरण के लिए एप का उपयोग करने वालों के लिए 500 रुपये, टीकाकरण प्रबंधक के लिए 200 रुपये सरकार की ओरसे स्वीकृत है. जिले में प्रत्येक तहसील वार तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में धनराशि वितरित की.
कोरोना के दौरान निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
स्वास्थ्य कर्मियों को अभी तक टीकाकरण भत्ता, प्रोत्साहन भत्ता मानधन का भुगतान नहीं किया गया है. यह मामला अत्यंत दुर्भाग्य से परेशान करने वाला है. टीकाकरण केंद्र पर मरीज, टीका लेनेवालों के लिए साफ पानी, बैठने की व्यवस्था, कांच, रेड, येलो बैग, अन्य आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा सामग्री हर टीकाकरण केंद्र पर होना अनिवार्य है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के पत्र द्वारा संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.
लोक स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा कर्मियों की सेवा जारी है. कोरोना वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने और मरीजों के इलाज के लिए संविदा कर्मचारी मार्च 2021 से दूसरी लहर के अंत तक वास्तविक कार्य दिवस प्रोत्साहन भत्ते के हकदार हैं. स्वास्थ्य आयुक्त व राष्ट्रीय अभियान निदेशक ने जिला स्वास्थ्य विभाग को मासिक मानधन के साथ राशि देने के निर्देश दिये हैं. स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण, यात्रा भत्तों से भी वंचित हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी इस पर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की एड. अरुण जावके ने की है.