
उमरखेड. तहसील के अतिदुर्गम क्षेत्र में रहनेवाले पैनगंगा जंगल क्षेत्र के मोरचंडी परिसर निवासी किसान गोकुल गणपत जाधव ने खेत में बंधे छह गौवंश पर तेंदूए ने हमला कर दिया. यह घटना 15 मई को सामने आयी.
मोरचंडी के किसान गोकुल गणपत जाधव की एक गाय, दो कारवड, तीन बछडे कुल छह मवेशियां तेंदूए के हमले में मृत हुई है. जिससे परिसर में भय का माहौल बना हुआ है. किसान जाधव हमेशा की तरह अपने खेत के गोठे में मवेशियों को बांधकर घर लौट गए थे. इसी रात तेंदूए में खेत के गोठे में बंधे छह मवेशियों पर हमला किया. तेंदूए के हमले में मवेशियों की मौत हो गई.
घटना के बारे में जानकारी मिलते ही वनरक्षक जामकर ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा किया और रिपोर्ट वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेज दी है. गौवंश की मृत्यु होने से किसानों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. नुकसान का मुआवजा मिलने के लिए किसान ने वनविभाग से गुहार लगायी है. मोरचंडी परिसर में गणपत जाधव का खेत है. उक्त परिसर जंगल से घिरा हुआ है. इसीलिए गर्मी के दिनों में पानी की तलाश में हिंसक वन्यप्राणी परिसर में पहुंचते है. 14 मई की रात किसान अपने मवेशियों को खेत के गोठे में बांधकर घर लौट गए थे. दूसरे दिन खेत में जाकर देखने पर किसान को 6 गाय मृत अवस्था में दिखाई दी. गौवंश पर हमला तेंदूए ने ही किया है, यह बात पता चलने पर किसानों में भय व्याप्त है.
उक्त परिसर जंगल क्षेत्र से घिरा हुआ है. इसीलिए रात के समय किसानों ने खेतों में जाना टालना चाहिए. गर्मी के दिन होने से हिंसक वन्यप्राणी पानी की तलाश में खेतों और गांवों की दिशा में आते है. इसीलिए किसानों ने अपने मवेशियों को सुरक्षित जगहों पर बांधकर रखना चाहिए.
चंद्रशेखर भोजने (वन्यजीव परीक्षेत्र अधिकारी सोनदाभी)