- श्रीराम मंदिर का लोकापर्ण समारोह देशभर में धूमधडाके से मनाया जाएगा
- पत्रकार परिषद में गोविंद शेंडे की जानकारी
यवतमाल. अयोध्या के भगवान श्रीराम जन्मभूमि के मंदिर मुक्ति के लिए बीते 500 सालों से हिंदू समाज ने बडा संघर्ष किया. बाबर के सेनापति मीरबाकी ने 1528-29 में श्रीराम के मंदिर तोडकर वहां ढांचा बनाया. यह विवादास्पद ढाचा 6 दिसंबर 1992 में रामभक्तों ने धवस्त कर रामलला को विराजमान किया. यहां पर ही देश विदेश के करोडों रामभक्तों के सहयोग से भव्य श्रीराम मंदिर साकार किया जा रहा है.
इस मंदिर का लोकापर्ण समारोह 22 जनवरी 2024 में अयोध्या में हो रहा है. इस लोकापर्ण समारोह में 4000 संत महात्मा के साथ ही विविध संप्रदाय के प्रमुख, देश के विविध क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों को प्राणप्रतिष्ठा समारोह का न्यौता दिया गया है. इस भव्य दिव्य समारोह में यवतमाल विभाग का अमूल्य सहयोग प्राप्त होने की जानकारी विश्व हिंदू परिषद के विदर्भ प्रांत कार्यवाहक गोविंद शेंडे ने पत्रकार परिषद में दी.
गोविंद शेंडे ने बताया कि 22 जनवरी के समारोह के बाद अगले कुछ महीनों तक देशभर के विविध प्रांतों को अयोध्या के रामलला के दर्शन करवाने का नियोजन किया गया है. इसके लिए विदर्भ प्रांत को फरवरी महीने में वहां जाने का मौका मिलेगा. आम नागरिकों को अयोध्या में दर्शन लेने के लिए परेशान ना होना पडे इसकी दृष्टी से योजना की जा रही है. इस बीच 15 जनवरी से 15 फरवती तक यवतमाल के विश्व हिंदू परिषद की ओर से अयोध्या में दर्शन के लिए आनेवाले रामभक्तों के लिए निशुल्क अन्नछत्र चलाया जाएगा. इसके लिए शहर की जनता से आवश्यक सहयोग देने की अपील भी की गई.
वहीं उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर लोकापर्ण समारोह की तैयारियों के मद्देनजर 1 से 15 जनवरी के दौरान प्रत्येक घर घर में, बस्तियों में श्रीराम जन्मभूमि लोकापर्ण समारोह कार्यक्रम का निमंत्रण अक्षद के रूप में पहुंचाया जाएगा. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से अयोध्या की अक्षद लाकर विविध प्रांतों में पहुंचायी गई है. जिन्होंने राम मंदिर के लिए निधि समर्पित किया, समय दिया, आंदोलन में सहभाग लेकर बलिदान दिया, उन सभी तक अक्षद रुपी निमंत्रण पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
इसी तरह 22 जनवरी को प्रत्येक बस्तियों के मंदिरों में दोपहर 12 बजे रामसंकीर्तन किया जाएगा. वहीं सभी जगहों पर अयोध्या का भव्य दिव्य समारोह बडी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा. यवतमाल नगर स्तर पर विशुद्ध संस्था की ओर से शालेय, महाविद्यालयीन व खुले समूह के लिए गीत रामायण स्पर्धा आयोजित की गई है. स्पर्धा की अंतिम फेरी 22 जनवरी की शाम 6 बजे विवेकानंद विद्यालय में ली जाएगी. श्रीराम की आरती से प्रारंभ होनेवाला समारोह रामरक्षा पठन से समाप्त होगा.
हिंदू समाज बंधूओं की ओर से 22 जनवरी को घर घर में पताकाएं लगाने के साथ ही रंगोलियां निकालने, पांच दीप लगाकर सही मायनों में दीपावली मनायी जाएगी. शाम के समय घर घर में रोषणाई की जाएगी. पत्रकार परिषद में विलासराव देशमुख, अंकुश रामगडे, राम लोखंडे आदि मौजूद थे.