ऑनलाइन ठगी का ऐसा भी फंडा, ग्राहक और बिजली विभाग की सतर्कता से दांव फंसा

    Loading

    मारेगांव. ऑनलाईन आर्थिक लेनदेन और खरीदी बिक्री के व्यवहार के कारण ऑनलाईन तौर पर किसे, कब और कैसे ठगा जा सकता है, यह आज के युग में कुछ कहा नही जा सकता है. इसी तरह मारेगांव शहर में एक व्यक्ती पर बिजली का बिजली बिल बकाया होने से उसकी बिजली आपूर्ती रात साढे 9 बजे से खंडीत करने का संदेश भेजकर उसे ऑनलाईन ठगने का प्रयास किया गया.

    इस तरह ऑनलाईन ठगी का नया फंडा शातीरों ने खोज निकाला लेकिन शहरवासी नागरिक की नागरिक की सतर्कता के कारण यह टल गया.प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर के सुभाष नगर निवासी राजू बदकी के मोबाईल पर 9 जुन को व्हॉट्सएप्प पर एक मैसेज भेजा गया, जिसमें उन्होने भरा बिजली बिल अपडेट न होने से आज रात 9 बजे से उनके घर की बिजली आपूर्ती खंडीत करने की बात दर्ज की गयी, इस संदर्भ में बिजली महावितरण विभाग के कस्टमर केअर के 8637339916 इस क्रमांक पर संपर्क साधने की बात कही गयी.

    लेकिन राजू बदकी यह बिजली बिल हमेशा भरते है, जिससे उन्हे इस मैसेज पर संदेह आया, तब उन्होने दुसरे दिन इस मैसेज के बारे में बिजली विभाग के अधिकृत व्यक्ती से मुलाकात कर जानकारी ली, तब उन्हे यह मैसेज फर्जी होने की जानकारी दी गयी, लेकिन उन्होने बिजली विभाग कार्यालय से ही जानकारी लेने के लिए जीस व्यक्ती ने उन्हे मैसेज भेजा उसे अपने मोबाईल का स्पीकर ऑन कर कॉल किया, और वह किस कार्यालय में काम करता है, एैसी बात पुछते ही उसने अपना फोन बंद कर दिया, एैसी जानकारी राजु बदकी ने दी.

    यह भेजा गया था मैसेज

    Dear Consumer Your Electricity power will be disconnected, Tonight at 9.30 pm from electricity office. because your previous month bill was not update. Please immediately contact with our electricity officer 2908750487 Thank you.

    इस तरह की जाती है ठगी

    इस बारे में बिजली विभाग से जानकारी लेने पर बताया गया की, बिजली आपूर्ती खंडीत करने का डर बताए जाने से ग्राहक इस तरह के फर्जी मैसेज मिलने के बाद उसमें दर्ज क्रमांक पर संपर्क साधते है, बिते बिजली बील को भरे जाने पर भी वह अपडेट न होने और इसे सिस्टीम में नही दिखाए जाने की बात कही जाती है, संभाषण शुरु रहते समय ही ग्राहकों से बिलींग अपडेट लेकर एप्प डाऊनलोड करने को कहा जाता है, वह डाऊनलोड और इन्स्टॉल करने को कहा जाता है, इसके बादएप्प शुरु होने की जानकारी देकर उसका आयडी क्रमांक ग्राहक से पुछा जाता है.

    सामने का व्यक्ती यदी आयडी नंबर देता है तब ठगी कर रहे व्यक्ती  के नियंत्रण में ग्राहक का मोबाईल चला जाता है, इसमें ग्राहक के बैंक खाते से रकम निल होने की आशंका होती है, लेकिन मारेगांव में घटीत इस मामलें में उस व्यक्ती ने एैसा कुछ नही किया, दुसरे दिन जांच करने पर यह ठगी होने की बात निष्पन्न् हुई.

    इसी तरह का मामला पहले चंद्रपुर में होने की जानकारी सामने आयी है, ऑनलाईन ठगी के लिए नागरिकों के लिए अलग अलग नंबरों का ईस्तेमाल किए जाने की बात महावितरण के ध्यान में आयी है, इस तरह किसी भी तरह का मैसे महावितरण के संबंध में आने पर नागरिक उसका शिकार न बनें, संदेह होने पर तात्काल महावितरण कार्यालय से संपर्क करें, एैस जानकारी बिजली वितरण कंपनी के मारेगांव विभाग के अभियंता कुरलेवार ने दी.

    चर्चा के दौरान अभियंता कुरलेवार ने बताया की महावितरण कंपनी द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को आनलाईन ठगी से बचाने क लिए प्रशासनिक स्तर पर ग्राहकों को सतर्क करने संदेश प्रणाली अपनायी जा रही है, जिसमें ग्राहकों और आम नागरिकों के मोबाईल पर Do not respond fraud SMS/Calls from unknown numbers. MSEDCL never asks to install any App. Our SMS Sender id is ‘MSEDCL’. Inform fraud SMS to cybercrime.gov.in इस तरह का मैसेज भेजा जा रहा है, ताकी नागरीक बिजली बील आनलाईन भरने पर ठगी से बचें रहें.