
पटना: केंद्र सरकार के अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश जल रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, सहित 11 राज्य में आगजनी और हिंसक प्रदर्शन (Agneepath Violence) हो रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे उपद्रवियों ने दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को आग के हवाले कर चुके हैं साथ ही हजारों की संख्या में निजी और सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। जिसमें सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिल रहा है। इस हिंसक प्रदर्शन में रेलवे सहित राज्य सरकारों को हजारों करोड़ का नुक्सान हो चूका है। इसी बीच इस हिंसा (Agneepath Violence) के पिछले के साजिशकर्ताओं का खुलासा हो गया है। पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के अनुसार, इस हिंसक प्रदर्शन के पीछे कोचिंग सेंटर मालिकों का हाथ है। उन्होंने मैसेज और वीडियो भेजकर युवको को भड़काया और हिंसा के किया उकसाया।
डीएम सिंह ने बताया कि, हिंसा को लेकर कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें कई कोचिंग सेंटर चलाने वाले लोग हैं। जिनमें से सात से आठ कोचिंग सेंटर की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई। जिसके बाद उनके फ़ोन की जांच की गई तो उसमें हिंसा फ़ैलाने और उकसाने वाले कई मैसेज और वीडियो सन्देश मिले। इसी के साथ जब पूछताछ की गई तो आरोपियों ने व्हाट्सअप के जरिये सन्देश भेजने की बात काबुल की।
Agneepath Violence: भाजपा के 10 नेताओं को वाई सुरक्षा
अग्निपथ के विरोध में उपद्रवी लगातार बिहार के भाजपा नेताओं और उनके घरों पर हमला किया जा रहा है। इसी को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार भाजपा के 10 नेताओं को वाई सुरक्षा देने का ऐलान कर दिया है। इन नेताओं में दोनों उप मुख्यमंत्री सहित विधायक भी शामिल है। इस आदेश के बाद सभी नेताओं की सुरक्षा को सीआरपीएफ ने संभाल लिया है।
Centre provides 'Y' category security by CRPF to 10 BJP leaders in Bihar including Deputy CMs & MLAs. CRPF is taking over the security cover from today after it received the Home Ministry's order on Friday: Sources
— ANI (@ANI) June 18, 2022
रेलवे को 1000 करोड़ का नुकसान
अग्निपथ के विरोध में सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय रेलवे को हुआ है। उपद्रवियों ने दो दर्जन से ज्यादा रेल गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। इसी के साथ कई रेलवे स्टेशन में भी जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। वहीं हिंसा को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने 369 से ज्यादा एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इस हिंसा और ट्रेन रद्द करने के कारण रेलवे को 1000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।