JP Nadda in Shimla
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नई दिल्ली/शिमला. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (JP Nadda) और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने रविवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में शिमला (Shimla) के कृष्णा नगर (Krishna Nagar) इलाके का दौरा किया। यहां 15 अगस्त को 6 इमारतें ढहने से दो लोगों की मृत्यु हो गई थी। दोनों नेता प्रदेश के बिलासपुर में बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात की।

नड्डा ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “जिस तरह से हिमाचल प्रदेश बाढ़ और बारिश से जूझ रहा है, वह भारत सरकार के लिए चिंता का विषय है। इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से लगातार बातचीत की। भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और हर संभव सहायता प्रदान की है।”

नड्डा ने कहा, “भारत सरकार ने आपदा निधि से राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि को 180 करोड़ रुपए की पहली किस्त 10 जुलाई को प्रदान की और 180 करोड़ रुपए की दूसरी किस्त भी 17 जुलाई को दी गई है।”

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “सीएम सुक्खू ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अंतरिम राहत मांगी। 2 दिन के अंदर 189 करोड़ रुपये मुहैया कराए गए। हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार को कुल 622 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें मौके पर हैं, आईटीबीपी की 2 कंपनियां, वायुसेना के 3 हेलीकॉप्टरों ने 1,000 से अधिक लोगों को बचाया है।”

नड्डा ने आगे कहा, “जिस क्षेत्र में हम काम कर रहे हैं उस क्षेत्र में राजनीति होने का अंदेशा रहता है। मैं निवेदन करूंगा कि यह राजनीति नहीं यह मानवता का विषय है। हमें पूरी ताकत से एकजुट होकर हिमाचल की जनता की सेवा करना हमारी जिम्मेदारी है। मैंने मुख्यमंत्री सुक्खू को आश्वासन दिया है कि जिस चीज की भी जरूरत होगी हम (केंद्र सरकार) यहां पर करेंगे।”

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “केंद्र सरकार की राहत नियमावली के अनुसार, यदि कोई घर क्षतिग्रस्त होता है तो 5,000 रुपये मिलते हैं और यदि सड़क क्षतिग्रस्त होती है (1 किमी) तो 1,25,000 रुपये मिलते हैं। भारत सरकार के इस मैनुअल और हमारे आंकलन के हिसाब से करीब 10,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मैंने राहत नियमावली में बदलाव की मांग की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विशेष पैकेज की बात कही है। देखते हैं हमें यह कब मिलता है।”