लुधियाना: पंजाब के लुधियाना जिले में एक झोपड़ी में बुधवार तड़के लगी आग में बिहार के प्रवासी श्रमिक परिवार के सात सदस्य जिंदा जल गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मृतकों में दो साल का एक बच्चा भी शामिल है। सहायक पुलिस आयुक्त (पूर्व) सुरिंदर सिंह के मुताबिक, हादसे के समय पीड़ित परिवार यहां टिब्बा रोड पर नगरपालिका के कचरा ‘डंप यार्ड’ के पास स्थित अपनी झोपड़ी में सो रहा था।
टिब्बा के थाना प्रभारी रणबीर सिंह के अनुसार, हादसे में एक दंपति और उसके पांच बच्चों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान सुरेश साहनी (55), उसकी पत्नी रीना देवी (53), बेटी राखी, मीनाक्षी, गीता और चंदा तथा बेटे सनी के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि झोपड़ी में आग लगने की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है। सिंह के मुताबिक, मृतक बिहार के समस्तीपुर जिले के बोगोपुर गांव के रहने वाले थे। मृतकों के करीबी रिश्तेदार राम बाबू साहनी ने बताया कि सुरेश अपनी बड़ी बेटी की शादी के लिए एक-दो दिन में गांव जाने वाला था। यह शादी 30 अप्रैल को होने वाली थी। सुरेश के पड़ोसी बिंदेशी शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि झोपड़ी में आग लगने से कुछ देर पहले एक मोटसाइकिल को आसपास चक्कर लगाते देखा गया था। उन्होंने कहा कि पुलिस को मामले की इस बिंदु से भी जांच करनी चाहिए।
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— ਪੀਟੀਸੀ ਨਿਊਜ਼ | PTC News (@ptcnews) April 20, 2022
दूसरी ओर, पुलिस ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। थाना प्रभारी सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से नमूने इकट्ठे किए हैं और पास के दो सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है। सिंह के अनुसार, मृतकों के परिजनों को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल भेज दिया गया है। (एजेंसी)