नई दिल्ली: देश में कोरोना (Coronavirus Pandemic) की रफ्तार धीमी पड़ गई है। हालांकि केरल (Kerala) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोविड (COVID-19) के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इन सब के बीच दिल्ली (Delhi), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सहित कई राज्यों में आज से स्कूल (School Reopen) खुल गए हैं। हालांकि इस दौरान कोविड नियमों का सख्ती से पालन करना जरूरी है। दिल्ली में आज से कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूल खुल गए है।
बता दें कि दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल फिर से खुल गए हैं। पश्चिम विनोद नगर के राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय से तस्वीरें भी सामने आयी हैं। एक छात्रा ने कहा कि इतने दिनों बाद स्कूल खुला है तो उत्साह है। कोरोना नियमों को ध्यान में रखना जरुरी है। यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान में सख्त कोरोना प्रोटोकॉल के साथ आज से स्कूल खुले हैं।
दिल्ली में स्कूल खुले-
Delhi: Schools reopen in the national capital for classes 9 to 12, starting today; visuals from Sarvodaya Kanya Vidyalaya, Pusa Road
Kumkum, a class 10 student says, “There is no doubt that there is a sense of fear but after all, we’ve to study & sit for exams.” pic.twitter.com/WTt2e0JDds
— ANI (@ANI) September 1, 2021
उत्तर प्रदेश में भी स्कूल खुले-
Schools in Uttar Pradesh reopen for classes 1 to 5 from today, following COVID0-19 protocols; visuals from City Montessori School, Station Road Campus in Lucknow
“We see a lot of enthusiasm in students to attend physical classes after a long time,” says principal Deepali Gautam pic.twitter.com/90v46pjkmA
— ANI UP (@ANINewsUP) September 1, 2021
उत्तर प्रदेश में भी आज से 1 से 5वीं कक्षा तक के स्कूल भी खुल गए हैं। कानपुर के यशोदा नगर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या ने बताया कि सभी कोविड गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। एक सीट पर एक ही बच्चे को बैठाया गया है। अभिभावकों का रिस्पॉन्स भी ठीक है। वहीं यूपी में स्कूल को खोलने के लिए दिशा-निर्देश सरकार ने जारी किया है। स्कूल में दो पालियों में पढ़ाई होगी। ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों का ऑप्शन छात्रों के पास रहेगा। सुबह 8 बजे से स्कूल खुलेंगे। छात्रों की संख्या सिर्फ 50 फीसदी ही रहेगी। अभिभावकों की इजाजत के बाद ही छात्र स्कूल आ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार किसी भी छात्र को स्कूल आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। अभिभावकों की सहमति जरुरी है। एक समय में एक कक्षा में सिर्फ 50 फीसदी छात्र ही बैठेंगे। हर क्लास में एक सीट के बाद दूसरी सीट को खाली रखा जाएगा। लंच भी फेज के हिसाब से होंगे। सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। हाथ धोने का सही इंतजाम होना जरूरी है।