पूर्वांचल के 20 लाख घरों को मिलेगी पाइपलाइन के जरिए रसोई गैस की सौगात

    Loading

    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: दिल्ली (Delhi), एनसीआर (NCR) और राजधानी लखनऊ (Lucknow) जैसे बड़े शहरों के बाद अब पिछड़े पूर्वांचल (Purvanchal) को भी पाइपलाइन के जरिए रसोई गैस की सौगात मिलेगी। प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के गोरखपुर शहर (Gorakhpur City) के लोगों को पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) की सुविधा देने के साथ इसकी शुरुआत कर दी है। प्रदेश सरकार का दावा है कि जल्दी ही केंद्र सरकार की मदद से पूर्वांचल के 20 लाख परिवारों तक यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। पश्चिम बंगाल के हल्दिया से दोकर उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर तक बिछायी जा रही 2050 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन पूर्वांचल के कई जिलों से होकर गुजरेगी। प्रदेश सरकार ने इस गैस पाइपलाइन का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की दिशा में काम शुरु कर दिया है। 

    प्रदेश सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि पीएनजी कनेक्शन लेने के बाद लोगों को भारी एलपीजी सिलेंडर का व्यवस्था करने और आए दिन गैस खत्म होने की दिक्कत से छुटकारा मिलेगा। प्रदेश की राजधानी में कई आवासीय कालोनियों में यह सुविधा शुरु कर दी गयी है।

    ऊर्जा गंगा योजना के तहत काम शुरु किया गया 

    प्रदेश सरकार का कहना है कि सस्ते और सुरक्षित पीएनजी कनेक्शनों की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की ऊर्जा गंगा योजना के तहत काम शुरु किया गया है। गौरतलब है कि बीते सप्ताह ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 101 लोगों को पाइपलाइन के जरिए पीएनजी कनेक्शन देकर इसकी शुरुआत की थी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरागत गैस सिलेंडरों के मुकाबले पीएनजी न केवल सस्ता होगा बल्कि यह सुरक्षित भी रहेगा। उन्होंने कहा कि पीएनजी के जरिए खाना बनाने पर प्रत्येक परिवार को 35 से 40 फीसदी तक ईंधन खर्च में बचत हो सकेगी। इसके साथ ही भारी गैस सिलेंडरों को लाने ले जाने से भी निजात मिलेगी। 

    गैस की किल्लत का भी सामना नहीं करना पड़ेगा

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उपयोग के मुताबिक बिल भरना होगा और साथ ही गैस चोरी की शिकायत भी खत्म हो जाएगी। पीएनजी की सुविधा के चलने लोगों को खाने पकाने की गैस की किल्लत का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने की योजना के चलते पीएनजी और सीएनजी का प्रसार तेजी के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी लखनऊ सहित प्रदेश के कई बड़े शहरों में यह सुविधा लोगों को उपलब्ध करायी जा रही है।