यूपी में पीएम-सीएम के साथ भाजपा का धुआंधार प्रचार शुरु, विपक्ष प्रत्याशी चयन में ही उलझा

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@राजेश मिश्र

लखनऊ: लोकसभा चुनावों को लेकर उत्तर प्रदेश में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के धुंआधार चुनाव प्रचार की शुरुआत हो गयी है वहीं विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन और बहुजन समाज पार्टी अभी काफी सीटों पर प्रत्याशी चयन को लेकर उलझे हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रायबरेली, बलिया, प्रयागराज, कैसरगंज, मैनपुरी जैसी कुछ अहम सीटों को छोड़कर करीब 90 फीसदी सीटों पर अपने प्रत्याशियों का एलान कर चुनाव प्रचार शुरु कर दिया है वहीं विपक्ष ने अभी एक तिहाई सीटों पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस पार्टी अपना गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली और अमेठी तक में प्रत्याशी नहीं दे सकी है तो सपा श्रावस्ती, कैसरगंज, मैनपुरी और कन्नौज में नाम तय करने की दिक्कत से जूझ रही है। इस बीच सपा के साथ गठबंधन में रहे अपना दल, जनवादी क्रांति पार्टी और महान दल उसका साथ छोड़कर जा चुके हैं। पिछले लोकसभा और 2022 के विधानसभा चुनावों में सपा के साथ रहे राष्ट्रीय लोकदल ने पहले ही साथ छोड़ दिया था।

उत्तर प्रदेश में पहले चरण के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. पहले चरण में प्रदेश में 19 अप्रैल को सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पश्चिमी यूपी में मेरठ में रालोद के साथ रैली कर चुनाव प्रचार की शुरुआत कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते सप्ताह से प्रबुद्ध सम्मेलनों के जरिए लोगों के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं। रविवार तक उन्होंने 15 जिलों को सम्मेलनों के जरिए कवर कर लिया तो सोमवार को उन्होंने हाथरस, नोयडा और बुलंदशहर में प्रबुद्ध सम्मेलनों को संबोधित किया है।

इसके पहले मुख्यमंत्री योगी मथुरा, मेरठ, गाजियाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और अमरोहा में सम्मेलनों को संबोधित कर चुके हैं। उधर पहले चरण के चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी भी उत्तर प्रदेश के ताबड़तौड़ दौरे करने जा रहे हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को सहारनपुर में चुनावी रैली करेंगे और उसी शाम वह गाज़ियाबाद में रोड शो भी करेंगे। इसके बाद 9 अप्रैल को पीएम मोदी की पीलीभीत में चुनावी रैली होगी और 16 अप्रैल को वह मुरादाबाद में चुनाव प्रचार कर सकते हैं।

भाजपा के तूफानी प्रचार के ठीक उलट विपक्ष की ओर से अभी तक किसी भी लोकसभा क्षेत्र में एक रैली या जनसभा भी नहीं हो पायी है। इंडिया गठबंधन की ओर समन्वय समिति बनाने और साझा प्रेस कांफ्रेस करने से आगे बात नहीं बढ़ी है।