-राजेश मिश्र
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election) के पांचवे चरण (Fifth Phase) में धार्मिक नगरी अयोध्या (Ayodhya), चित्रकूट (Chitrakoot) और प्रयागराज (Prayagraj) सहित 12 जिलों की 61 सीटों पर रविवार को वोट डाले जाएंगे। यहां बीजेपी (BJP) के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से लेकर धार्मिक स्थलों के विकास के उसके दावों की परीक्षा है, तो छुट्टा जानवरों का प्रकोप, बेरोजगारी, महंगाई जैसे विपक्ष के मुद्दे भी कसौटी पर होंगे।
पांचवे चरण में अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा जिलों में मतदान होना है। इस चरण में 692 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी राजनीतिक तकदीर का फैसला करीब 2.24 करोड़ मतदाता करेंगे। पहले चरण में जहां जाट, मुस्लिम गूजर मतदाताओं की बहुलता, दूसरे में अल्पसंख्यकों की बहुतायत तो तीसरे में यादव और लोध जातियों का प्रभुत्व साफ नजर आता था तो पांचवे चरण में मिलीजुली पिछड़ी जातियों की आबादी है। विश्लेषकों की नजर में इसे मंडल का क्षेत्र कहा जाता है तो तीन प्रमुख धार्मिक नगरों का इलाका होने के चलते यहां सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कमंडल कार्ड जमकर खेला है।
कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी
रविवार को होने वाले मतदान में सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही पांच मंत्रियों और कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी। प्रतापगढ़ के कुंडा से लगातार चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह इस बार अपनी जनसत्ता पार्टी के टिकट पर परंपरागत सीट पर चुनाव मैदान में हैं। प्रतापगढ़ जिले में ही अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल समाजवादी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में भाजपा को टक्कर दे रही हैं।
अमेठी में संजय सिंह बीजेपी से उम्मीदवार
विधानसभा में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ भी रामपुर खास सीट से किस्मत आजमा रही हैं। अमेठी की पूर्व रियासत के मुखिया संजय सिंह अमेठी में इस बार बीजेपी से उम्मीदवार हैं। राज्य के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी से, मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रयागराज जिले की पश्चिम विधानसभा सीट से, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इसी जिले की दक्षिण सीट से, राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। गोंडा सदर से ब्रजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण चुनावी मैदान में हैं। वहीं गोसाईंगंज में खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी और अभय सिंह के बीच मुकाबला है।
पिछले 2017 के चुनावों में बीजेपी ने जीती थी 47 सीटें
पिछले 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने इस चरण की 61 में से 47 सीटें जीती थी और सपा ने 2012 चुनाव में 41 सीटों पर परचम लहराया था। हालांकि 2017 विधानसभा चुनावों में सपा के लिए यह चरण काफी खराब रहा। पिछले चुनाव में उसे इन जिलों में मात्र पांच सीटें मिली थीं। बसपा का तो और भी बुरा हाल था। वह मात्र तीन सीटों पर ही अपनी जीत दर्ज कर सकी थी।