राजेश मिश्र
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच (Bahraich) जिले के करीब नेपाल (Nepal) के सीमावर्ती कस्बे नेपालगंज (Nepalganj) में सांप्रदायिक हिंसा (Communal violence) के चलते तनाव का माहौल है। हिंसा के चलते भारत-नेपाल सीमा (Indo-Nepal Border) को सील (Seal) करते हुए आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है। सीमा बंद होने के चलते नेपाल को माल ले जा रहे सैकड़ों ट्रक भारत की सीमा में ही खड़े हो गए हैं। हिंसा के चलते दोनों देशों के सीमा क्षेत्रों में कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है।
सीमा पर लगी रोक
हिंसा के बाद सीमा पर आवागमन रोक दिया गया है और उत्तर प्रदेश के हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सीमा सशस्त्र बलों के जवानों ने बहराइच जिले के पांच थाना क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है और एलर्ट जारी कर दिया गया है। बहराइच के पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा के मुताबिक इस जिले की नेपाल सीमा पर हर दिन 10000 वाहन एक से दूसरे देश आते-जाते हैं। वर्तमान हालात में भारतीयों को नेपाल जाने से रोक दिया गया है जबकि नेपाली नागरिकों को परिचय पत्र दिखाने पर जाने दिया जा रहा है।
उपद्रव के बाद सीमा पर फंसे वाहन
गौरतलब है कि बहराइच के करीब नेपाल की तरफ नेपालगंज और भारतीय क्षेत्र में रुपईडीहा प्रमुख बाजार है। जहां से दोनों देशों के लोग खरीदारी करते हैं। इन इलाकों में हर रोज 10 करोड़ रुपये का कारोबार दोनो देशों के बीच होता है। इसके अलावा नेपाल में अनाज, सब्जी, ईंधन, खाद्य तेल से लेकर कई अन्य सामान भारत से इसी रास्ते से जाता है। उपद्रव के बाद सीमा सील होने से सैकड़ों ट्रक सीमावर्ती क्षेत्र में ही फंसे हैं।
भारी नुकसान की आशंका
कारोबारियों का कहना है कि वाहनों के खड़े होने की दशा में 5000 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक प्रतिदिन किराया देना पड़ेगा और काफी सामान खराब होने की आशंका है। नेपाल में काठमांडू, लुकला, पोखरा जैसे शहरों को जाने वाले भारतीय पर्यटक बड़ी तादाद में नेपालगंज से हवाई सेवा का उपयोग करते हैं। सीमा बंद होने से पर्यटकों की आवाजाही भी बंद हो गयी है।