स्मार्टफोन और टैबलेट के साथ मिलेगी योजनाओं की भी जानकारी, विद्याथियों की मदद करेगी योगी सरकार

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    लखनऊ: भारत में 5जी टेक्नोलॉजी (5G Technology) लॉन्च होते ही देश इंटरनेट क्रांति के नए युग में प्रवेश कर चुका है। इसी के साथ योगी सरकार (Yogi Government) ने राज्य के प्रत्येक गांव में 5जी स्पीड (5G Speed) से इंटरनेट पहुंचाने का संकल्प लिया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन (Smartphones) और टैबलेट (Tablets) बांटने का काम भी तेजी से चल रहा है। इनके जरिए विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रमों को डिजिटल तकनीक के माध्यम से समझ सकेंगे, साथ ही सरकार की योजनाओं की जानकारियां भी अब उन्हें प्री-लोडेड उपलब्ध करायी जाएंगी। योगी सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश में दो करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट बांटने का लक्ष्य है। फिलहाल 17 लाख से ज्यादा स्मार्टफोन और टैबलेट का वितरण किया जा चुका है। 

    मुख्यमंत्री की मंशा है कि स्मार्टफोन और टैबलेट से लैस बच्चों को उनके पाठ्यक्रम के साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारियां भी प्रदान की जाए। इसके अलावा छात्र, युवा, रोजगार और स्वरोजगार से संबंधित योजनाओं की जानकारियां स्मार्टफोन और टैबलेट के जरिए प्रमुखता से उपलब्ध करायी जाए। सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां ना सिर्फ बच्चों का मार्गदर्शन करेंगी, बल्कि इसके जरिए उनके अभिभावकों तक भी आसानी से पहुंचेंगी। इससे ज्यादा से ज्यादा जनता योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम होगी, क्योंकि अक्सर ये देखा जाता है कि अधिकांश सरकारी योजनाएं आम जनता में जानकारी के आभाव में दम तोड़ देती हैं। ज्यादातर जनता को पता भी नहीं होता कि सरकार की कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं और उन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए कब और कैसे आवेदन करना है। 

    उपलब्धियां नहीं, केवल योजनाएं बताएं

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि स्मार्टफोन और टेबलेट के जरिए शासन की उपलब्धियां बताने की जगह केवल योजनाओं की जानकारियां दी जाए। इसमें पीएम स्टार्टअप योजना, पीएम स्टैंडअप योजना, मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री सुमंगला योजना, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, अभ्युदय योजना सहित 15 से 20 योजनाओं की सूची तैयार करते हुए उनके बारे में विस्तृत जानकारियां स्मार्टफोन और टैबलेट के माध्यम से विद्यार्थियों तक पहुंचाई जाए।